India News (इंडिया न्यूज), Model Sanskriti Schools, चंडीगढ़ : हरियाणा में स्कूली शिक्षा के स्तर को बेहतर करने को लेकर सरकार द्वारा कई तरह के कदम उठाने के दावे किए जाते रहे हैं। इसी कड़ी में हरियाणा में गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूलों की शुरुआत साल 2017 में की गई। इससे पूर्व साल 2016 में एनसीईआरटी द्वारा यह निर्णय लिया गया कि कक्षा पहली तथा दूसरी के विद्यार्थियों को कोई होम वर्क न दिया जाएगा।
इसके अलावा ये भी उद्देश्य रहा कि उनके पढ़ने व पढ़ाने के तरीके को रुचिकर खेल समेत अन्य गतिविधियों आधारित बनाया जाए। इसके चलते बच्चों के ऊपर से पढ़ाई के दौरान दबाव व तनाव भी कम होगा। एक तरह से इन स्कूलों को शुरू करने करने का ओवरऑल मकसद ये था कि बच्चों को बेहतर व प्राइवेट स्कूलों के बराबर उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त हो। इन उद्देश्य से वर्ष 2017 में राज्य के 119 खण्डों में प्रति खण्ड एक राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गई और स्कूली शिक्षा में लगातार इन स्कूलों का योगदान बढ़ा है। फिलहाल प्रदेश में 1400 से ज्यादा स्कूल इस केटेगरी में हैं।
संस्कृति मॉडल स्कूलों के शुरू होने के बाद कई सकारात्मक पहलुओं के मद्देनजर लगातार इनके विस्तार की मांग उठी। इसको देखते हुए बाद में इन स्कूलों की संख्या बढ़ाकर 1 हजार कर दी गई जो अब 1419 हो चुकी है। पहले चरण में 2017 में 119 खण्डों में प्रति खण्ड एक राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गई। इसके साथ ही दूसरे चरण में राज्य के राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में चल रहे 61 विद्यालयों के प्राथमिक विंग को इसमें जोड़ा गया।
उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले समुचित ढांचागत सुविधा वाले, खेल-खेल में गतिविधि आधारित शिक्षा देने वाले विशेष प्रशिक्षण प्राप्त अध्यापकों वाले इन 180 विद्यालयों को वर्ष भर संचालित किया गया। वर्ष 2018 में सफलतापूर्वक संचालित विद्यालयों को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय को दिखाया गया तो केन्द्र सरकार द्वारा 238 नए विद्यालय खोलने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई जिसके परिणाम स्वरूप वर्ष 2018-19 में इन विद्यालयों की संख्या 418 हो गई। फिलहाल कुल 1419 स्कूल इस कैटेगरी के हैं।
विभागीय जानकारी अनुसार स्कूलों में वर्तमान में इन स्कूलों के प्रति माता-पिता का पूरा रुझान है। अभिभावक न केवल इन विद्यालयों के प्रबंधन में एसएमसी में शामिल हैं, अपितु इन विद्यालयों का वातावरण शिक्षा उन्मुख बने, इस पर भी ध्यान देते हैं। इन विद्यालयों में तीन लाख से ज्यादा विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जो यह साबित करता है कि ये विद्यालय इस समय अपने क्षेत्र में प्राइवेट विद्यालयों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
कुल प्राथमिक विद्यालय जिनकी संख्या 8400 है, उनमें से 1418 राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय हैं जो 17% से भी कम है, परन्तु 27% बच्चों की शिक्षा के केन्द्र हैं। इन विद्यालयों की स्थापना के समय इनमें सभी समुचित व्यवस्था की उपलब्धता हेतु पूरी योजना बनाकर कार्य किया गया, ताकि यह विद्यालय उपलब्धता के केन्द्र बने रहें ।
शिक्षा मंत्री, कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश में मॉडल संस्कृति स्कूल बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में मील का पत्थर साबित हुए हैं। बच्चों को यहां बेहतरीन शिक्षा और सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
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