कहा-हुनरमंद युवाओं के लिए रोजगार पाना आसान
इंडिया न्यूज, पलवल।
3rd Foundation Day of Shri Vishwakarma Skill Development University पलवल के गांव दूधौला स्थित देश की पहली भगवान श्री विश्वकर्मा स्किल डेवेलपमेंट यूनिवर्सिटी के तीसरे स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। समारोह की अध्यक्षता कौशल मंत्री मूलचंद शर्मा ने की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उद्योग सहयोगियों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पढ़ाई तथा हुनर दोनों अलग-अलग चीजें हैं। हुनर की जरूरत अति आवश्यक है। यह विश्वविद्यालय युवाओं को हुनरमंद बनाता है। सन् 2022 तक हर साल इस विश्वविद्यालय से 4 हजार युवा कौशल प्राप्त करके निकलेंगे। सन 2030 तक 12 हजार युवा इस यूनिवर्सिटी से कौशल प्राप्त करके रोजगार प्राप्त करेंगे। इस यूनिवर्सिटी की मान्यता पूरे देश में है।
स्वयं प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस यूनिवर्सिटी की प्रशंसा की है। मुझे विश्वास है जिस उद्देश्य के लिए यह यूनिवर्सिटी बनाई गई है, यह उस उद्देश्य की ओर लगातार अग्रसर है। इस यूनिवर्सिटी से अन्य स्किल सेंटर को भी जोड़ा जा रहा है, जहां से देशभर में लाखों युवा हर साल कौशल प्राप्त करके रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। कौशल में छोटे से छोटे कोर्स से लेकर पीएचडी तक सर्टिफिकेट कोर्स हैं। उन्होंने कहा कि कुलपति राज नेहरू की मेहनत व लगन की वे प्रशंसा करते हैं।
समारोह में कुलपति राज नेहरू तथा प्रोफेसर ज्योति राणा डीन एकेडमिक ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बताया। इस दौरान समारोह में मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक दीपक मंगला, नयनपाल रावत, जगदीश नायर, प्रवीण डागर, फरीदाबाद कमिश्नर संजय जून, डीसी पलवल कृष्ण कुमार, आईपीजी साऊथ रेंज रवि कृष्ण आदि मौजूद थे। कुलपति राज नेहरू ने कहा कि अगले 5 वर्ष तक यह यूनिवर्सिटी अपने पैरों पर खड़ी हो जाएगी। इसके बाद सरकारी फंड के सहयोग की आवश्यकता नहीं रहेगी।