India News Haryana (इंडिया न्यूज), Bhiwani News : हरियाणा की सिंचाई एवं महिला बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने 68वीं राष्ट्रीय स्तरीय स्कूली कबड्डी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत की भूमि से वर्ष 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शुरूआत की थी। इसी भूमि पर प्रधानमंत्री सखी बीमा योजना को धरातल पर उतारकर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आज बेटियां शिक्षा, खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रही है।
भिवानी के भीम स्टेडियम में जारी 68वीं राष्ट्रीय स्कूली कबड्डी प्रतियोगिता में 19 आयु वर्ग में लडक़ों में हरियाणा की टीम ने 46 के मुकाबले 66 अंक प्राप्त कर दिल्ली की टीम को 20 अंकों से हराया। लडक़ों में तीसरे स्थान पर नवोदय विद्यालय समिति की टीम विजेता रही। वही लड़कियों में अंतिम मुकबाला हरियाणा व पंजाब के बीच रहा, जिसमें हरियाणा की टीम ने 41 अंक प्राप्त कर विजेता बना। वही पंजाब की टीम ने 23 अंक प्राप्त किए। वही लड़कियों की टीम में तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र की टीम रही।
महिला बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने राष्ट्रीय स्कूली कबड्डी प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विजेता टीमों को पुरूस्कृत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हरियाणा की बेटियों ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम ऊंचा किया है। हाल ही में राज्यसभा में भी भाजपा ने हरियाणा से रेखा शर्मा को उम्मीदवार बनाकर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का कार्य किया है।
मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि सखी बीमा योजना के तहत प्रदेश में 33 हजार के लगभग महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हे बीमा सखी बनाया जाएगा। इस योजना के तहत पहले साल में 7 हजार, दूसरे साल में 6 हजार तथा तीसरे वर्ष में 5 हजार रूपये मानदेय दिया जाएगा। इस योजना के तहत 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग की 10वीं पास महिलाएं योजना का हिस्सा बन सकती है।
इस मौके पर हरियाणा महिला कबड्डी टीम की कप्तान खुशी दांगी व खिलाड़ी मनीषा व प्रशिक्षक राजवंती ग्रेवाल ने बताया कि पांच दिनों तक चले इस कबड्डी महाकुंभ में उन्हे जीत हासिल कर बड़ी खुशी हो रही है। वे आगे भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी के क्षेत्र में हरियाणा का नाम रोशन करेंगी। इस मौके पर उन्होंने राज्य सरकार की खेल नीति की भी सराहना की। इस मौके पर भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ सहित खेल व शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।