मुख्यमंत्री ने अंबाला में गणतंत्र दिवस पर फहराया राष्ट्रीय ध्वज
शहीद स्मारक पर दी शहीदों को श्रद्धांजलि
इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली।
73rd Republic day celebration Ambala हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) ने गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर अपनी महान सांस्कृतिक परंपराओं और नैतिक मूल्यों पर चलते हुए राष्ट्र और हरियाणा को स्वच्छ, स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने 2024 तक हर हाथ को काम देकर प्रदेश को बेरोजगारी मुक्त बनाने का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री अंबाला के पुलिस लाइन ग्राउंड में आयोजित 73वें गणतंत्रता दिवस समारोह में नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अम्बाला शहर स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पुलिस लाइन ग्राउंड में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि आज हम 73वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। इस पावन पर्व पर आजादी के आंदोलन में त्याग, तप और बलिदान देने वाले ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन करते हैं। सन् 1950 में आज ही के दिन हमारा संविधान लागू हुआ और भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश बनने का गौरव हासिल हुआ। भारतीय संविधान हर भारतीय नागरिक की आत्मा की आवाज है। आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, इस दौरान हमने उल्लेखनीय प्रगति की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि असली गणतंत्र अंतिम व्यक्ति का उदय है। गणतंत्र वो नहीं जिसमें लोगों को मांगना पड़े, बल्कि गणतंत्र वह है, जिसमें बिना मांगे उनका हक मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा गीता की धरती ही नहीं, बल्कि इस धरा में राष्ट्रभक्ति और देश सेवा का भी जुनून है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित हुई गणतंत्र दिवस की झांकी में हरियाणा के इस जुनून का प्रदर्शन दिखाई दिया है। उन्होंने कहा कि अमर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की पहल की है। इसके साथ ही सिखों के दशम पातशाही श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहबजादे जोरावर सिंह व फतेह सिंह के शहीदी दिवस 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का भी ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों व उनके आश्रितों को पूरा मान-सम्मान दे रही है। इसी उद्देश्य को ध्यान में हुए स्वतंत्रता सेनानियों व उनकी विधवाओं को 25 हजार रुपये मासिक पेंशन देने के साथ-साथ शहीद सैनिकों, अर्ध सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली एक्स-ग्रेसिया राशि 20 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। सरकार ने शहीदों के 345 आश्रितों को सरकारी नौकरी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि देश के लिए कुबार्नी देने वाले हरियाणा के वीर सपूतों के परिवारों को अमृत महोत्सव में सम्मानित किया जाएगा। इसमें 15 अगस्त 2023 तक जन-भागीदारी से 2 हजार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।