India News Haryana (इंडिया न्यूज), Panipat : मंज़िल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है” यह एक प्रेरणादायक कहावत है। इस कहावत का मतलब है कि हौसलों से ही उड़ान होती है और सपनों को साकार किया जा सकता है। इस कहावत को कई लोगों ने अपने जीवन में साबित किया है। ऐसे ही पानीपत के एक बुजुर्ग ने भी इस कहावत को सार्थक सिद्ध कर दिखाया।
सनौली खुर्द निवासी 70 वर्षीय त्रिलोक चंद इन्सां, जिस उम्र में लोग चारपाई से भी नहीं उठ पाते और वे रेस लगा कर मेडल हासिल करते है, इससे सभी अचंभित है। उन्होंने बताया की वेदांता दिल्ली ऑफ मैराथन 2024 अंतरराष्ट्रीय रेस की सीनियर सिटीजन रेस 2.5 किलोमीटर रेस की प्रतियोगिता दिल्ली जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम मे 20 अक्टूबर को आयोजित हुई थी, जिसको 15 मिनट मे पूरा कर प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया।
उक्त समाचार मिलते ही समस्त ग्राम वासियों में खुशी का माहौल छा गया तथा परिवार को बधाई देने वालो का तांता लग गया। त्रिलोक चंद इन्सां ने बताया वह एक साधारण किसान परिवार में जन्मे तथा अपनी जीविका खेती करते हुए यापन करते है उन्होंने अपनी सेहत का राज नशों से दूर रहना, सरल खाना व प्रतिदिन व्यायाम के साथ दौड़ने का अभ्यास करना व लगातार साइकिल चलाना बताया। उन्होंने ये भी बताया की उनके परिवार तीन बेटे व एक बेटी सभी शादीशुदा व सभी को उच्चतम शिक्षा प्राप्त कराई है।
इस उम्र में खेलों में भाग लेने के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया उनका परिवार 1984 से डेरा सच्चा सौदा सिरसा से जुडा हुआ है और वे पूज्य गुरू संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां की प्रेरणा से मानवता की राह पर चलते हुए 37 बार रक्तदान भी कर चुके है इसका श्रेय भी वे उन्हीं को देते है और इस उम्र मे खेलो मे भाग लेने के लिए भी गुरू जी से प्रेरित होकर अभ्यास कर इवेंट मे भाग लेने लगे है। उन्होंने सभी से खेलों मे भाग लेने की अपील की है, जिससे स्वास्थ्य ठीक रहता है।
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