India News Haryana (इंडिया न्यूज), Sonipat News : हरियाणा के सोनीपत में कोर्ट की तारीख से घर वापस लौट रहे मासाखोर पर लाठी डंडों और तलवार से दौड़ा दौड़ा कर ताबड़तोड़ वार किए गए हैं। बेसुध और घायल अवस्था में खेतों में छोड़कर आरोपी फरार हो गए। स्थानीय लोगों द्वारा परिजनों को सूचना दी गई तो मौके पर डायल 112 की पुलिस बुलाई गई। पुलिस ने मौके पर घायल युवक को नागरिक अस्पताल में भेजा है। वहां से गंभीर हालत के चलते रोहतक रेफर कर दिया है।
पुलिस मामले में जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक जटवाड़ा के रहने वाले सुमित का विक्रम के साथ पैसों का लेनदेन था। घायल सुमित के पिताजी ने बताया कि विक्रम ने उनके बेटे से करीबन ने ढाई लाख रुपए लिए हुए थे। इस दौरान जब सुमित ने अपने पैसे मांगे तो आपस में कहां सुनी हो गई और धमकी दे डाली। चलते दोनों के बीच विवाद हो गया था।
बता दें कि पहले सुमित दिल्ली से सब्जी लेकर आता था। सोनीपत की सब्जी मंडी में मासाखोर के रूप में काम कर रहा था। आज सुमित दीपक की कोर्ट में किसी अन्य मामले को लेकर सुनवाई पर गया हुआ था। कोर्ट की तारीख भुगत कर सुमित अपने घर वापस लौट रहा था। आप है कि इस दौरान सुमित को एक प्लानिंग के तहत रास्ते में घेर लिया। जहां उनके अमित ने बताया कि उनके गांव जटवाड़ा के दो युवक के विक्रम और दीपक के साथ दो से तीन गाड़ियों में 10 से 12 युवकों ने तेजधार हथियार, पिस्टल और लाठी डंडों के साथ उसके भाई को घेर लिया। जान बचाने के लिए उसके भाई अमित ने अपनी बाइक जैसे ही शुगर मिल की तरफ भागी तो इस दौरान पहले से ही गाड़ी वह कुछ युवक मौजूद थे।
आरोप लगाते हुए सुमित ने बताया है कि उसके भाई को रिवाल्वर भी दिखाई गई थी। उसके बाद मौके पर तीनों गाड़ी के युवकों ने उतरकर लाठी डंडों और तलवार से दौड़ा-दौड़ा कर वार किए हैं। अमित को अधमरा छोड़कर आरोपी मौके से फरार हो गए। वहीं स्थानीय लोगों द्वारा परिजनों को सूचना दी गई मौके पर परिजनों ने पहुंचकर डायल 112 पुलिस को सूचना दी। वहीं मौके पर पुलिस ने एंबुलेंस के माध्यम से नागरिक अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल करवाया। गंभीर हालत के चलते घायल अमित को रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया है। परिजनों का कहना है कि अमित के दोनों हाथ है तोड़े गए हैं और उसके एक हाथ पर तलवार से वार किए गए हैं।
घायल अमित के भाई सुमित ने बताया पहले भी उनके घर के सामने हवाई फायर किए गए थे और जान से मारने की धमकी दी गई थी। आज भी आरोपी उसके भाई को यह कह कर गए हैं कि उसे दिन बच गया था आज नहीं बचेगा। शुरुआती तौर की पैसों का लेनदेन के चलते दोनों पक्षों में विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले साल में 2 फरवरी को जटवाड़ा में स्थित सुमित के घर के सामने गोलियां चलाई गई थी।
जिसके चलते सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब पूरे मामले को लेकर करीबन 4 महीने बाद जमानत पर बाहर आए थे। बाहर आते ही इस बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है। परिजनों ने आज की घटना के लिए विक्रम और दीपक पर आरोप लगाए हैं और कहा है कि उनके साथ करीबन 10 से ज्यादा युवक वारदात में शामिल थे।
वहीं मौके पर पुलिस ने घायल के ब्यान के आधार पर एक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। घायल अमित ने कहा कि पहले जानलेवा हमला करते हुए उसपर विक्रम, दीपक और बिल्लू ने गोली चलाई थी। इसमें अभी 7 तारीख को गुवाही की तारीख थी। घायल अमित ने आरोप लगाते हुए कहा है कि चौकी में शिवमणि और इंचार्ज रोहित विक्रम के रिश्तेदार हैं।
आरोप लगाते हुए कहा पुलिस को आज के घटनाक्रम को लेकर पहले से जानकारी थी। आज एक कोर्ट में एक दूसरे मामले में तारीख थी। उसने बताया कि उन्हें पड़कर पहले गाड़ी में डाला गया है वहीं उनकी जेब में ₹50000 और एक फोन भी छीन लिया गया है। फोन को वही तोड़कर फेंक दिया। विक्रम और उसके भाई विशाल, नागर व उसका भाई आरोप लगाया गया है।