केंद्र की नौकरियों में हरियाणा की भागीदारी सिर्फ 2 प्रतिशत, 7-8 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य
चंडीगढ़/विपिन परमार
हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जो एक साथ प्रदेश के 50 हजार प्रतिभावान युवाओं को सरकारी नौकरियों में परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवा रहा है। पड़ोसी राज्यों की सरकारी नौकरियों में भी प्रदेश के युवाओं को आगे ले जाने के लिए डिप्टी सीएम ने विशेष योजना तैयार की है। रेलवे, बैंक, कर्मचारी चयन आयोग, डिफेंस में ग्रुप-सी, ग्रुप-डी के अलावा ग्रुप-ए और ग्रुप-बी तथा ‘गेट’ जैसी उच्च स्तर की तकनीकी परीक्षा की तैयारी करवाने की योजना है। प्रदेश के युवाओं के इस सपने को साकार करने के लिए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में रोजगार विभाग, एम3एम फाऊंडेशन और ग्रेडअप के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एमओयू पर हस्ताक्षर करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि रेलवे, बैंक, कर्मचारी चयन आयोग, डिफेंस आदि में ग्रुप-सी, ग्रुप-डी के अलावा ग्रुप-ए व ग्रुप-बी तथा ‘गेट’ जैसी उच्च स्तर की तकनीकी परीक्षा की तैयारी करवाने की योजना है। उन्होंने कहा कि यह एमओयू प्रदेश के प्रतिभावान युवाओं को सरकारी नौकरी की तैयारी करवाने में मील का पत्थर साबित होगा। इसके तहत पहले चरण में 50 हजार मेधावी अभ्यर्थियों को ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से ग्रुप-सी व ग्रप-डी की नौकरियों के लिए कोचिंग दी जाएगी. इनमें 70 प्रतिशत ग्रामीण और 30 प्रतिशत शहरी युवा शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस नए प्लेटफार्म के माध्यम से उन युवाओं को ऑनलाइन कोचिंग दी जाएगी जो हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अंतर्गत हुई विभिन्न परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धी रहे हैं और बहुत कम अंतर से परीक्षा पास करने से रह गए। उन्होंने बताया कि हर सप्ताह और हर महीने इनकी तैयारी की प्रगति की समीक्षा की जाएगी, इनमें से टॉप 1,000 युवाओं को लाइव कोचिंग देकर ग्रुप-ए तथा ग्रुप-बी की नौकरियों के लिए भी तैयार करने की योजना है।
उप मुख्यमंत्री ने इस योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत ऑनलाइन कोचिंग प्रदान करने के लिए एम3एम फाऊंडेशन द्वारा ‘ग्रेड स्टैक लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड(ग्रेडअप)’ प्लेटफार्म तैयार किया गया है जो रोजगार विभाग को एक वेब-लिंक प्रदान करेगा जिससे अभ्यर्थियों का पंजीकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रथम बैच के 50 हजार अभ्यर्थियों को 18 महीनों के लिए वीडियो व्याख्यान, क्विज, मॉक टैस्ट, पिछले प्रश्न पत्र समेत अन्य पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी।
एक अभ्यर्थी अपनी सामग्री तक पहुंचने के लिए 3 पाठ्यक्रमों/परीक्षाओं जैसे बैंकिंग एंड इन्श्योरेंस, एसएससी एंड रेलवेज, सीडीएस एंड डिफेंस आदि का चयन कर सकता है। ग्रेडअप मासिक मॉक परीक्षा में अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को दर्शाने के लिए एक डैशबोर्ड रोजगार विभाग को उपलब्ध करवाया जाएगा। डैशबोर्ड और साप्ताहिक डेटा के अध्ययन से अभ्यर्थियों के मॉक टेस्ट करवाए जाएंगे, जिनमें अच्छा प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों को कम प्रदर्शन करने वालों से हस्तांतरित किया जाएगा।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि अभी केंद्र सरकार की नौकरियों में हरियाणा की भागीदारी सिर्फ 2 प्रतिशत है, जिसको 7-8 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इस एमओयू से राज्य के युवाओं को ऐसी कोचिंग दिलवाएंगे जिससे वो पड़ोसी राज्य पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उतराखंड, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और राजस्थान समेत अन्य राज्यों की सरकारी और प्राइवेट नौकरियों के लिए बेहतर प्रदर्शन करके चयनित हो सकें.