India News Haryana (इंडिया न्यूज), Air pollution level: रविवार सुबह सिरसा में धुएं की एक घनी परत छाई रही, जिसने शहर के वातावरण को काफी प्रभावित किया। यह धुआं सुबह 11 बजे तक बना रहा, जिससे स्थानीय निवासियों की सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन की समस्याएं बढ़ गईं। मौजूदा वायु प्रदूषण का स्तर चिंता का विषय बन गया है, और अधिकारियों का मानना है कि नवंबर में पराली जलाने की घटनाओं के बढ़ने के साथ यह स्थिति और गंभीर हो सकती है।
इस रविवार को सिरसा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 214 के स्तर तक पहुंच गया, जो “खराब” श्रेणी में आता है। ऐसे में बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन रोगों से ग्रसित लोगों के लिए यह माहौल अत्यधिक खतरनाक हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में वाहनों के प्रदूषण और अन्य स्थानीय कारणों से हवा की गुणवत्ता पहले ही deteriorate हो चुकी है, जबकि पराली जलाने का मुख्य दौर अभी शुरू नहीं हुआ है।
पिछले साल 4 नवंबर को सिरसा का एक्यूआई 439 तक पहुंच गया था, जिसके चलते प्रशासन ने लोगों को सुबह और शाम के समय सैर करने से मना किया था। इस वर्ष दिवाली के बाद और पराली जलाने के मामलों में वृद्धि के साथ, प्रदूषण के स्तर में और वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है। पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे छोटे प्रदूषण कण फेफड़ों पर सीधा प्रभाव डालते हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।
इस परिस्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अधिकारियों ने सभी नागरिकों को सावधानी बरतने और मास्क पहनने की सलाह दी है। स्थानीय समुदाय को जागरूक करना और प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपायों को अपनाना अत्यंत आवश्यक है।