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Ambala Anil Vij Dream Project : गृह मंत्री ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट वॉर मेमोरियल का लिया जायजा

BY: • LAST UPDATED : July 16, 2021
अंबाला/ अमन कपूर
हरियाणा के अंबाला कैंट में लगभग 300 करोड़ की लागत से 22 एकड़ में वॉर मेमोरियल स्मारक का निर्माण हो रहा है, जहां  1857 की क्रांति को दर्शाया जाएगा, इस प्रोजेक्ट की कमान खुद सूबे के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज संभाल रहे हैं,  क्योंकि यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, आज हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन और गृह मंत्री अनिल विज वॉर मेमोरियल स्मारक में चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे।

जल्द होगा ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा

Ambala Anil Vij Dream Project : अंबाला में नेशनल हाईवे 1857 की क्रांति को लेकर एक वॉर मेमोरियल स्मारक बनाया जा रहा है,  जिसका निर्माण 22 एकड़ में 300 करोड़ की लागत से होगा,  इस स्मारक में 1857 की क्रांति के बारे में फ़ोटो,सीनरी,थिएटर फ़िल्म और आर्ट वर्क के जरिए दर्शाया जाएगा, आजादी की पहली लड़ाई में शहीद हुए अनसुने स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर भी स्मारक बनाए जाएंगे।
आज वॉर मेमोरियल स्मारक में चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लेने गृह  स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, मुख्य सचिव विजय वर्धन और इतिहासकार पहुंचे,  इस मौके पर अधिकारियों ने वॉर मेमोरियल स्मारक के बारे में प्रेजेंटेशन देकर विस्तार पूर्वक बताया,  गृह मंत्री अनिल विज ने कहा इतिहास में यह दर्ज है कि आजादी की पहली लड़ाई मेरठ से आंरभ हुई थी,  लेकिन हरियाणा के कुछ इतिहासकारों ने इसकी खोज की है मेरठ से 10 घंटे पहले अंबाला में क्रांति की शुरुआत हो गई थी।
यह मामला मैंने विधानसभा में कई बार उठाया कि अंबाला में शहीदों के लिए स्मारक बनना चाहिए हमारी अब सरकार ने इसको बनाने का फैसला किया है, स्मारक का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है,  इस वॉर मेमोरियल में तीन अलग-अलग भागो में दिखाया जाएगा, कि अंबाला,हरियाणा और भारत में 1857 की आजादी की लड़ाई कब कैसे ओर कहां-कहां लड़ी गई, दार्शनिकों के लिए भी यह देखने के लिए बहुत ही सुंदर और अद्भुत स्मारक बनेगा।

वॉर मेमोरियल बनने में प्रोफेसर पुष्पेश पंत का योगदान

वहीं वॉर मेमोरियल स्मारक में अपना खास योगदान दे रहे इतिहासकार प्रोफेसर पुष्पेश पंत का कहना है,  कि आम तौर पर यही बताया जाता है कि 1857 आजादी की लड़ाई की शुरुआत मेरठ से हुई थी, लेकिन हरियाणा के अंबाला में मेरठ से 10 घंटे पहले ही क्रांति का बिगुल बज चुका था यह जानकारी इसलिए दबी रह गई थी।
जानकारी के अनुसार आजादी की लड़ाई का जो पहला विस्फोट अंबाला में हुआ था, उसको दबाने में अंग्रेज कामयाब हुए थे, हरियाणा में लोगों को 1857 के एक साल बाद भी बहुत प्रताड़ित किया गया, बहुत लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी ,अंबाला में हुई घटनाएं इस की गवाह रही हैं,  इस स्मारक को देखने के बाद लोगों की राय बदल जाएगी की आजादी की लड़ाई की शुरुआत मेरठ से नहीं अंबाला से हुई थी।
वहीं मुख्य सचिव ने बताया कि अंबाला में बहुत ही सुंदर शहीद स्मारक बनाया जा रहा है, इसे बनाने में  प्रोफेसर साहब का बहुत बड़ा योगदान है, 1857 की लड़ाई की शुरुआत अंबाला से शुरू होकर पूरे देश मे पहुंची थी,  वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस ने देश को अब तक यही पढ़ाया है, कि आजादी की लड़ाई कांग्रेस ने लड़ी थी, जबकि कांग्रेस का जन्म 1857 की क्रांति के 28 साल बाद हुआ था, कांग्रेस नेताओं के आपसी विवाद पर अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी टूटने के कगार पर हर प्रदेश में इनके नेताओं के बीच आपसी झगड़े हैं।