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Ambala Doctor’s Protest: 4 घंटे के लिए ओपीडी सेवा बंद

• LAST UPDATED : June 18, 2021

अंबाला

अंबाला में आज सभी प्राइवेट अस्पताल डॉक्टर्स ने ओपीडी सेवा 4 घंटे के लिए बंद कर रखी है. ओपीडी बंद रख डॉक्टर्स पर हुए हमलों के विरोध में आज निजी अस्पतालों ने 10 से 2 बजे तक ओपीडी बंद रख सांकेतिक तौर पर विरोध किया जा रहा है. अंबाला में भी निजी अस्पतालों को ओपीडी बंद है. जिस से मरीजों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

डॉक्टरों का कहना है कि डॉक्टरों पर मरीज के परिजनों ने हमले करना काफी निंदनीय है सरकार को हमारी सुरक्षा के बारे में सोचना चाहिए और हमारी मांगो को मानते हुए नए सख्त कानून बनाने चाहिए आज सिर्फ सांकेतिक तौर पर 4 घंटे के लिए ओपीडी बंद की गई है इमरजेंसी सेवाऐं पहले की तरह जारी रहेगी वही इलाज करवाने आय मरीज को बिना इलाज करवाए वापिस लौटना पड़ा रहा है.पिछले कुछ दिनों में डॉक्टरों पर हुए हमलों के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देशभर में आज 4 घंटो तक ओपीडी बंद रखने का ऐलान किया था. जिसके आज अंबाला में सभी प्राइवेट अस्पताल डॉक्टर्स ने ओपीडी सेवा 4 घंटे के लिए बंद कर रखी है. और काला कपड़ा बांध विरोध कर रहे है. डॉक्टर्स का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में मरीज तीमारदारों ने डॉक्टर्स पर हमलों की काफी घटनाएं सामने आई है. जिस से डॉक्टर्स में असुरक्षा ओर डर का माहौल बना हुआ है. सभी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. डॉक्टर्स अपनी तरफ से मरीज को बचाने का भरकर प्रयास करता है,लेकिन डॉक्टर्स पर हमले होना अति निंदनीय है. सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए और हमारी मांगो का मानते हुए सख्त कानून बनाने चाहिए आज हमने सिर्फ 10 से 2 बजे तक ओपीडी सेवा बंद की है, लेकिन इमरजेंसी सुविधाएं जारी रहेगी.

प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी बंद होने के चलते मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजो को बिना इलाज के ही वापिस जाना पड़ रहा है. शाहबाद से अंबाला घुटने का इलाज करवाने अंबाला आए मरीज हैप्पी का कहना है कि उसे डॉक्टरों की हड़ताल के बारे में नहीं पता था. अपनी टांगो के दर्द को दिखाने के लिए आज वह अंबाला पहुँचा था, लेकिन अस्पताल वालो का कहना है कि ओपीडी बंद है अब उसे बिना इलाज के ही वापिस लौटना पड़ेगा. वही एक अन्य मरीज का कहना है कि ओपीडी बंद होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. परिजनों ने डॉक्टरों पर हमले करना गलत है लेकिन अगर किसी अस्पताल की लापरवाही से मरीज की मौत होती है तो अस्पताल पर भी जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए.

 

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