होम / Ambala: किसान फिर सड़कों पर बढ़ती महंगाई के खिलाफ निकाला रोष

Ambala: किसान फिर सड़कों पर बढ़ती महंगाई के खिलाफ निकाला रोष

PUBLISHED BY: • LAST UPDATED : July 8, 2021

अंबाला

अंबाला में आज किसानों ने सड़कों पर ट्रैक्टर खड़े कर बढ़ती हुई महंगाई के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया है. इस दौरान किसानों ने ट्रैक्टरों पर खाली गैस सिलेंडर भी रखे हुए थे. किसानों का कहना है कि आम आदमी की रसोई का बजट पूरे तरीके से बिगड़ चुका है. पेट्रोल डीजल गैस रसोई के सामानों के दाम बढ़ने से आम आदमी की पहुंच से अब ये बाहर जा चुके हैं. वही किसानों के इस प्रदर्शन में महिलाओं ने भी रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया महिलाओं का कहना है कि उज्जवला योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर पिछले 1 साल से घरों में खाली पड़े हैं क्योंकि गैस सिलेंडर के दाम 800 रुपए पार कर चुके हैं जिन्हें हम भरवा नहीं सकते.

दिल्ली में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 7 महीने से जारी है. आज सयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर किसान कई प्रदेशों में बढ़ती हुई महँगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया है. अंबाला में किसानों ने सड़क पर ट्रैक्टर खड़े कर प्रदर्शन किया है. इस दौरान किसानों ने ट्रैक्टर पर गैस सिलेंडर भी रखे हुए थे. किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रसोई गैस,पेट्रोल डीजल,व अन्य चीजों के बढ़ते हुए दामों को लेकर रोष व्यक्त किया.

किसानों का कहना है कि आज आम आदमी की रसोई का बजट पूरी तरह से बिगड़ चुका है.कोरोना काल के बाद अब महँगाई ने आर्थिक रूप से जनता की कमर तोड़ दी है. पैट्रोल डीजल गैस व रसोई के सामानों के दाम आम आदमी की पहुंच से बहुत बाहर जा चुके है. कांग्रेस सरकार में भाजपा नेता महँगाई के नाम पर प्रदर्शन कर सत्ता आए थे. डीजल के दाम बढ़ने से खेती की लागत काफी बढ़ चुकी है. इस से किसानो पर काफी मार पड़ रही है.

सरकार ने इस सीजन में धान के दाम 72 रुपए बढाए है जबकि 30 रुपए प्रति लीटर बढा दिया है. सरकार 2022 तक किसानो की आय दुगनी करने की बात करती है जबकि खाद बीज तेल कृषि यंत्रों के दामो में बेहताशा  बढोतरी हुई है. भाजपा नेताओ अच्छे दिनों की बात की थी अब सरकार से विनती करते है. हमारे पुराने दिन ही हमे वापिस लौटा दो.

आज महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन में किसानों के साथ महिलाएं भी शामिल हुई है. महिलाओं ने भी खाली गैस सिलेंडर के साथ प्रदर्शन किया है. महिलाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत हमें गैस सिलेंडर दिए गए थे. तब गैस के दाम लगभग ₹400 थे लेकिन आज गैस सिलेंडर भरवाने के लिए 800 से ज्यादा रुपए लगते हैं. पिछले 1 साल से घर में दामों के कारण गैस सिलेंडर ऐसे ही बिना भरवाए खाली पड़े हैं . ये लड़ाई सिर्फ किसानों की नही बल्कि आम आदमी की है किसानों की आय बढ़ने से गरीब व मजदूरों को फायदा पहुँचता है सरकार को किसानों की भी मांगे माननी चाहिए.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT