इंडिया न्यूज, Haryana (Ambala Shamli Expressway) : अंबाला-शामली के बीच नया एक्सप्रेस-वे निकालने की तैयारी चल रही है जिसको लेकर सरकार ने कई किसानों की जमीन अधिग्रहित की हुई है, लेकिन अभी तक किसानों के खातों में पैसा नहीं डाला गया। इसी कारण भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) ने मोर्चा खोल दिया है। अंबाला के गांव रतनहेड़ी में अनेक किसान अधिग्रहित की गई जमीन का पैसा लेने की मांग पर अडिग हैं। किसानों का कहना है कि जब तक पैसा खातों में नहीं डाला जाता वे एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य नहीं होने देंगे।
भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान मलकीत सिंह का कहना है सरकार द्वारा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए रतनहेड़ी, सपेड़ा और सापरा समेत कई गांवों के किसानों की भूमि अधिगृहित की हुई है। जमीन की कीमत प्रति एकड़ लगभग 62 लाख रुपए है।
आपको जानकारी दे दें कि भारत माला परियोजना के तहत 3663.80 करोड़ से 6 लेन का अंबाला-शामली एक्सप्रेस-वे बनेगा। अंबाला-चंडीगढ़ रोड से शामली तक इसकी 110 किलोमीटर लंबाई होगी। बताया गया है कि उक्त एक्सप्रेस-वे अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल व यमुनानगर से होते हुए पश्चिमी यूपी के सहारनपुर और शामली को आपस में जोड़ेगा जहां दिल्ली-शामली-सहारनपुर फोर लेन को जोड़ते हुए दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर में जाकर मिलेगा।
बता दें कि उक्त एक्सप्रेस-वे अंबाला शहर के गांव सद्दोपुर में अंबाला-चंडीगढ़ रोड से अंबाला कैंट में पंजोखरा माइनर से होते हुए साहा व बराड़ा के गांवों से होकर गुजरेगा। अंबाला कैंट में रामगढ़, साहबपुर, रतनहेड़ी, पिलखनी, कपूरी, भीलपुरा, खुड्डी गांवों से गुजरेगा। वहीं साहा कस्बे में गांव मिट्ठापुर, समलेहड़ी, तेपला, हरयोली, हरड़ा, रामपुर, घसीटपुर, टोबा, हेमा माजरा, पपलौथा, कालपी, नौहनी, मौजगढ़, राजौली, केसरी, छपरा, शेरगढ़, हरड़ी, अकबरपुर, धुराला, फुलेलमाजरा, खारूखेड़ा तथा बराड़ा के अलावलपुर गांव, फोक्सा, मनू माजरा, तलहेड़ी रंगरान, थंबड़, कामस, अधोया हिंदवान, कंबासी, तंदवाली, अधोया मुसलमान, अधोई, दहिया माजरा, बराड़ा, सज्जन माजरी, दादुपुर, चहल माजरा, सरकपुर, रजौली, राजोखेड़ी, तंदवाल, पट्टी बघेरू व घेलड़ी से होकर गुजरेगा।
ये भी पढ़ें : National Press Day : राष्ट्र निर्माण में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान : कार्तिक शर्मा