India News Haryana (इंडिया न्यूज), Union Home Minister Amit Shah : हरियाणा में 16 अक्तूबर को भाजपा के विधायक दल की बैठक में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए भाजपा के संसदीय बोर्ड ने पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदारी सौंपी है। उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी पर्यवेक्षक होंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के नए सीएम का शपथ ग्रहण 17 अक्टूबर को पंचकूला के परेड ग्राउंड में होगा। उससे पहले 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई है। जिसमें दोनों ऑब्जर्वर (अमित शाह सीएम और मोहन यादव) मौजूद रहेंगे।
वैसे तो प्रदेश में पार्टी ने नायब सैनी को सीएम चेहरा बनाया था। विधायक दल की मीटिंग में उन्हें ही नेता चुना जा सकता है। मगर, अमित शाह को ऑब्जर्वर लगाने से अब कई तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं। हरियाणा के चुनाव में शाह के दखल का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी चुनाव के दौरान शाह ने पंचकूला में नायब सैनी को सीएम चेहरा घोषित कर दिया था। इसके बाद टिकट बंटवारे में भी शाह आखिरी वक्त तक एक्टिव रहे।
सूत्रों के अनुसार विधायक दल का नेता चुनने के समय पार्टी में कोई गुटबाजी न दिखे और सारी प्रक्रिया आराम से पूरी हो सके, इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए पर्यवेक्षक नियुक्त किये गए है। क्योंकि सम्भावना जताई जा रही है कि अनिल विज सीएम पद को लेकर अपना दावा ठोक सकते हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी मुख्यमंत्री पद को लेकर दावा जताते रहे हैं। पार्टी हाईकमान ने इन दोनों के तेवरों को देखते ही अमित शाह को यह जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि सब शांतिपूर्ण तरीके जाए।
गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद 12 मार्च को जब भाजपा विधायक दल की बैठक हुई थी, तो बैठक में भाजपा हाईकमान की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पार्टी के महासचिव तरुण चुघ को पर्यवेक्षक बनाया गया था। हरियाणा निवास में हुई बैठक में हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब देब भी मौजूद थे।
जब विधायक दल के नेता के रूप में नायब सैनी का नाम सामने आया तो पूर्व मंत्री अनिल विज नाराज हो गए थे। नाराजगी भी इतनी बढ़ गई थी कि वह पर्यवेक्षकों के सामने ही बैठक छोड़कर बाहर आ गए थे। इस बार उसी तरह की स्थिति न बने, इसलिए हाईकमान ने पहले ही मजबूत तैयारी की है।