होम / Ancient Conch : कुरुक्षेत्र के अभिमन्यू टीले पर मिला प्राचीन शंख

Ancient Conch : कुरुक्षेत्र के अभिमन्यू टीले पर मिला प्राचीन शंख

• LAST UPDATED : September 20, 2023

संबंधित खबरें

India News (इंडिया न्यूज़), Ancient Conch, चंडीगढ़ : प्रदेश के जिला कुरुक्षेत्र के एक गांव अभिमन्युपुर स्थित अभिमन्यु टीले पर शोध के दौरान बेहद प्राचीन शंख मिलने का समाचार सामने आया है, मालूम हुआ है कि जो शंख मिला है वह कुषाण काल का है। वहीं इस शंख के मिलने पर प्रदेश ही नहीं देशभर के लोगों की इसको जाने की जिज्ञासा बढ़ गई है। महाभारत कालीन साइट से मिले इस शंख को लेकर इतिहासकारों के साथ ही पुरातत्ववेत्ताओं में भी कौतुहल है।

शंख को देखने लोगों की भीड़ उमड़ी

वहीं जब प्राचीन शंख की जानकारी ग्रामीणों को मिली तो माैके पर लोगों की भारी भीड़ इस शंख को देखने के लिए लग गई। शोधार्थियों की मानें तो यह करीब 2 हजार वर्ष पुराना हो सकता है। इससे हमारी संस्कृति एवं प्राचीन सभ्यता की भी और जानकारी मिल सकेगी।

महाभारत से जुड़ा हुआ है टीले का इतिहास

आपको जानकारी दे दें कि उक्त टीले का इतिहास महाभारत के साथ जुड़ा है। कहा जाता है कि महाभारत में वर्णित 7 वनों में से अदिति वन अमीन गांव में था, जबकि यह भी माना गया है कि अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु को चक्रव्यूह में घेरकर इसी स्थान पर मारा गया था। ऐसे में इस टीले से शंख के मिलने पर प्राचीन मान्यताओं को भी बल मिला है।

डेढ़ माह से चल रहा शोध

ज्ञात रहे कि अभिमन्यू टीले की ऊंचाई लगभग 18 से 20 फुट के आसपास है, जिस पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के शोधार्थी लगातार शोध कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के शोधार्थी जसबीर सिंह, विनोद कुमार और गुलशन टीले पर करीब डेढ़ माह से पुरातात्विक शोध कार्य कर रहे हैं। इसी दौरान ये शंख मिला है।

राखीगढ़ी में भी शोध कर चुके शोधार्थी जसबीर सिंह का कहना है कि टीले पर यह शंख कुषाणकालीन लेयर पर ही मिला है, जिसके साथ उस समय के कई अन्य अवशेष भी मिले हैं। इस संबंध में पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को भी जानकारी दे दी गई है। जल्द एक पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम यहां जांच के लिए पहुंचेगी।

टेराकोटा से बना है शंख : पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग

पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की उपनिदेशक डॉ बिनानी भट्टाचार्या का कहना है कि यह शंख ही है और टेराकोटा (पक्की मिट्टी) से बना है। हालांकि यह अभी जांच का विषय है कि यह किस समयकाल के दौरान का है, पर यह पाषाणकालीन हो सकता है।

यह भी पढ़ें : PM on New Parliament House : प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन को बताया अमृतकाल का ऊषाकाल : कहा, अतीत की कड़वाहट को भूलें

Tags:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Smriti Irani : ‘वर्तमान में शिक्षा सबसे बड़ी चुनौती’ पूर्व मंत्री स्मृति ईरानी ने बच्चों को दी नसीहत, कहा – विद्यार्थियों को सीखी चीजों को याद रखना जरूरी
Haryana News : सड़क मार्गों पर ना इंडिकेटर, ना सफेद पट्टियां..बना रहता है धुंध व कोहरे के मौसम में हादसों का भय
Dr. Mrityunjay Gupta बने विश्व के सबसे कम उम्र के अंतरराष्ट्रीय स्कॉलर, भारत का किया प्रतिनिधित्व, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने जताई खुशी
Jind Girl’s Murder Mystery Solved : दरांत से लगातार पांच बार वार कर प्रेमी ने उतारा था मौत के घाट, जानें क्यों दिया युवक ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम
Sonipat Crime News : पुलिस ने सुलझाई सिर कटी महिला की मर्डर मिस्ट्री, दामाद निकला हत्यारा, गर्दन काटकर भेजी थी पत्नी के पास
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT