इंडिया न्यूज, रोहतक।
Anganwadi workers’ Strike आंगनबाड़ी वर्कर्स सहायिका यूनियन हरियाणा संबंधित एआईयूटीयूसी का धरने के 101 दिन हो चुके हैं। आंगनबाड़ी बहनों ने मानसरोवर पार्क में इकट्ठा होकर जनसभा की। इसकी अध्यक्षता यूनियन की रोहतक जिला प्रधान रोशन चौधरी ने की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन संबंधित एआईयूटीयूसी की प्रदेश महासचिव पुष्पा दलाल ने कहा कि सरकार ने टर्मिनेट सभी बहनों को एक एक करके बहाल करने के लिए कहा था, जिससे हम सहमत नहीं हैं। हमने सरकार से मांग की थी है कि सभी टर्मिनेट वर्कर्स को एक कलम से बहाल किया जाए। सरकार से अपील है कि अगर सरकार इस मांग को हुबहु नहीं मानती तो यह आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा।
हरियाणा सरकार से मांग की कि हरियाणा सरकार तुरंत प्रभाव से हड़ताली आंगनबाड़ी बहनों की मांगों को स्वीकार करे। टर्मिनेट की जा चुकी बहनों को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि हम सभी आंगनबाड़ी बहनें एकजुट हैं। हम सरकार की हर कार्यवाही का जवाब देंगे। हर कीमत पर अपनी सारी मांगों को पूरा कराके ही मानेंगी। आखरी दम तक हम लड़ेंगी और जीतेंगी। हरियाणा सरकार के पास हमारी इन मांगों को नकारने का कोई तर्क नहीं है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं कोई नई मांग नहीं कर रही है, बल्कि प्रधानमंत्री 2018 की घोषणा को लागू करने की मांग कर रही हैं। इससे इन्कार कर हरियाणा सरकार अपने ही प्रधानमंत्री की अवमानना कर रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि आंगनबाड़ीकार्यकर्ता व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन कार्यकर्ता को 24000 व सहायिका को 16000 रू दिया जाए। 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर दी जाए।
इस मौके पर प्रदेश महासचिव पुष्पा दलाल, जिला प्रधान रोशनी चौधरी, सुनीता वर्मा, महम ब्लॉक सचिव दर्शना, रोशनी पाकस्मा, रामभतेरी, सीमा, संतोष, कविता, राजबाला, पिंकी, सुनीता व सुमित्रा ने भी अपने विचार रखे।
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