India News Haryana (इंडिया न्यूज), Anil Vij: हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें उन्होंने मेसर्स ईमार इंडिया लिमिटेड (EMAAR) और एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 834 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। ये संपत्तियां गुरुग्राम और दिल्ली के 20 गांवों में स्थित हैं। इस कार्रवाई में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम भी आया है, जिसे लेकर राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है।
इस पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ यह एक बड़ा केस है। विज ने आरोप लगाया कि हुड्डा ने किसानों की जमीन को सेक्शन-4 और सेक्शन-6 के तहत सस्ते दामों पर अधिग्रहित करवाया, जिससे बिल्डर माफिया को फायदा हुआ। उनका कहना है कि यह पूरा मामला एक बड़ा कांड है जिसमें हुड्डा और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत है।
अनिल विज ने जोर देते हुए कहा कि हरियाणा की सत्ता किसी भी हाल में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पास नहीं जानी चाहिए। उन्होंने इस मामले को लेकर यह भी बताया कि यह मामला पहले से कोर्ट में चल रहा है और चुनाव के समय एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। विज ने बताया कि सीबीआई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है, लेकिन अब भी हरियाणा की सत्ता में परिवर्तन को लेकर सतर्क रहना जरूरी है।
विज का यह बयान चुनावी माहौल में और अधिक राजनीतिक गर्मी पैदा कर सकता है और आगामी चुनावों पर इसका असर देखने को मिल सकता है।