हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भड़क गए हैं। वजह 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा के 83 आरोपियों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा है। मंत्री विज ने इसे पंजाब सरकार का शर्मनाक कदम बताया। इस तरह किसान आंदोलन पर पंजाब के सीएम और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज एक बार फिर आमने-सामने हैं।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज बोले कि ऐतिहासिक लाल किला में हिंसा हुई। कानून तोड़ने वालो को इनाम दिया जा रहा है। प्रदर्शन का अधिकार सबको है, लेकिन कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। चन्नी सरकार ने बेहद शर्मनाक कदम उठाया है। किसान नेतृत्व की नाकामयाबी है किसान आंदोलन का हल न निकालना। सरकार बार बार बातचीत के लिए बुला रही है।
मंत्री अनिल विज ने कहा कि कि एक साल से किसान धरने पर बैठे हैं। किसानों को अपने नेताओं से पूछना चाहिए, जिस मुद्दे को लेकर आंदोलन हो रहा है, उसमें कितनी प्रगति हुई। नए नेता और नए वार्ताकार किसानों को चुनने चाहिएं, अगर मौजूदा नेताओं से हल नहीं हो रहा तो। समस्या के समाधान के लिए सोचने में समझदारी है। हाथ पर हाथ रखकर बैठना, बात न करना तो किसी बात का हल नहीं।
दो दिन पहले ही सीएम ने किया था ट्वीट
पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने दो दिन पहले ट्वीट किया था कि लाल किले पर हिंसा में गिरफ्तार 83 युवाओं को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। किसान आंदोलन पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल और पंजाब के तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कई बार आमने-सामने हो गए थे। हरियाणा सरकार पंजाब सरकार पर किसान आंदोलन को हवा देने के आरोप भी लगा चुकी है।
26 जनवरी को हुई थी हिंसा
कृषि कानून के विरोध में 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था। कुछ युवाओं का समूह लाल किले पर पहुंच गया और वहां पर केसरी झंडा लहरा दिया। दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह का मामला दर्ज किया था। गिरफ्तार युवाओं में अधिकतर पंजाब के थे।