पंजाब में हुए सियासी उथल पुथल के बाद पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह को हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का साथ मिला है। विज ने कैप्टन की राष्ट्रवादी सोच की तारीफ करते हुए कांग्रेस हाईकमान व पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा। विज ने कहा पाकिस्तान समर्थक और पाकिस्तान के राष्ट्रपति इमरान खान और जावेद बाजवा पाक सेना प्रमुख नवजोत सिद्धू और उनके सहयोगियों को पंजाब में सत्ता में लाने के लिए कांग्रेस की गहरी राष्ट्र विरोधी खतरनाक साजिश है ताकि भविष्य में पंजाब और पाकिस्तान एक साथ चल सकें। विज ने कहा कि कांग्रेस के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पंजाब की सभी राष्ट्रवादी ताकतों को आपस में हाथ मिला लेना चाहिए।
राष्ट्रवादी कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके रास्ते में बाधा थे, इसलिए उन्हें राजनीतिक रूप से मार दिया गया। पंजाब में सभी राष्ट्रवादी ताकतों को कांग्रेस के गलत मंसूबों को नाकाम करने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) September 23, 2021
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी पंजाब के CM पद से इस्तीफा देने के बाद सिद्धू पर गंभीर आरोप लगाए थे। कैप्टन ने कहा था कि सिद्धू की पाक PM इमरान खान और सेना प्रमुख जावेद बाजवा से दोस्ती है। पाकिस्तान से वह लोग आए दिन पंजाब में ड्रोन से हथियार और ड्रग भेजते हैं। कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से भेजे जाने वाले आतंकियों से लड़ते हुए भारतीय जवान शहीद हो रहे हैं। कैप्टन ने सिद्धू को ‘भयानक’ और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पद से इस्तीफा देने के चार दिन बाद, कैप्टन ने बुधवार रात को पहली बार सिद्धू के अलावा कांग्रेस हाईकमान पर भी सीधा हमला किया। कैप्टन ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को राजनीतिक तौर पर अनुभवहीन बताते हुए सिद्धू को CM बनने से रोकने के लिए उनके सामने मजबूत कैंडिडेट खड़ा करने की बात भी कही। साफ है कि कैप्टन ने धीरे-धीरे कांग्रेस छोड़ने की राह पर बढ़ना शुरू कर दिया है। अब देखना है कि वह खुद ही पहले कांग्रेस छोड़ देते हैं या कांग्रेस उनकी छुट्टी करती है।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद राजनीति छोड़ने की सोच रहे थे मगर अब हार के बाद कतई नहीं छोड़ेंगे। ऐसे में पंजाब में किसान आंदोलन की वजह से मुश्किलों का सामना कर रही BJP उन्हें अपने साथ लाने के लिए उनसे नजदीकी बढ़ा रही है।