चंडीगढ़
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज आज दिल्ली एम्स से आते ही एक्शन में दिखाई दिए। उन्होंने सिविल सचिवालय कार्यालय चंडीगढ़ पहुंचते ही तुरंत गृह एवं पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। राज्य में कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य संबंधी परिस्थितियों की जानकारी ली।
उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे शांति बना कर रखें ताकि आम जनमानस को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि आंदोलन करना हर किसी का अधिकार है। परंतु हिंसक आंदोलन नहीं होना चाहिए, हिंसा से किसी भी मुद्दे का हल नहीं निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने को कहा गया है। संविधान में हर किसी को समानता का अधिकार दिया गया है। इसलिए हमें ऐसा कोई भी कार्य या कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे किसी के हको का हनन हो।
गृह मंत्री ने बताया कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने हरियाणा की ओर से दिल्ली जाने वाले रास्तों को खुलवाने के लिए किसान नेताओं और उनके प्रतिनिधियों को बैठक करने के लिए आमंत्रित किया था। इसलिए किसानों को आम जनमानस की सुविधा को देखते हुए बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन की वजह से बन्द रास्तों पर संज्ञान लिया। हरियाणा सरकार ने रास्ते खुलवाने और किसानों के साथ बातचीत के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन किया था।