India News (इंडिया न्यूज),Railway Station, हरप्रीत सिंह,अंबाला कैंट: अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन आरपीएफ थाने के सामने पार्किंग में वाहन खड़ा करना आपको महंगा पड़ सकता है। पार्किंग में ठेकेदार के कारिंदे वाहन खड़े करने वाले यात्रियों से मनमाने दाम वसूल रहे हैं। इतना ही नहीं वाहन खड़ा करने वालों को जो पर्ची दी जाती है उस पर भी रेट नहीं लिखा होता है। ट्रेन पकड़ने की जल्दी में वाहन मालिक ठेकेदार के कारिंदों से पर्ची लेकर चलते बनते हैं जब वे अपनी गाड़ी वापस लेकर जाने के लिए पहुंचते हैं, तो उनसे निर्धारित दर से अधिक रुपए वसूल लिए जाते हैं। कई बार तो झगड़े की नौबत भी आ जाती है। जिसके चलते जल्दी में होने के कारण लोग शिकायत दर्ज नहीं करवाते। ठेकेदार के कारिंदे ज्यादातार उन यात्रियों से मनमाना दाम वसूलते हैं जो जल्द में होते हैं। जिस कारण यात्री समय बचाने और बहस से बचने के लिए शिकायत दर्ज नहीं करवाते। जिससे पार्किंग वालों का हौंसला बढ़ जाता है और वह अपना गोलमाल का धंधा जारी रखते हैं। पहले भी रेलवे पार्किंग में लोगों से मनमाने पैसे वसूले जाने के मामले सामने आए हैं। तब भी प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की गई थी लेकिन हालात फिर पहले जैसे हो गए हैं। इतना ही नहीं स्टेशन पर पार्किंग होने के बावजूद भी सैकड़ों वाहन परिसर में खड़े रहते हैं। उन पर भी जीआरपी, आरपीएफ या रेलवे विभाग की तरफ से कोई उचित कार्रवाई नहीं की जाती है। कुल मिलाकर कहें तो यह गोलमाल का धंधा रेलवे विभाग की नाक के तले चल रहा है लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अंबाला कैंट रिश्तेदारों को ट्रेन में चढ़ाने आया युवक जब कार खड़ी करने आरपीएफ थाने के सामने वाली पार्किंग में गया तो कार खड़ी कर बाहर जाते समय ठेकेदार के कारिंदे ने पर्ची थमाते हुए 50 रुपए की मांग की। जिसके बाद युवक के विरोध करने पर उसने कहा कि हमारा तो यही रेट है। वहीं युवक ने जब कारिंदे से रेट लिस्ट के बारे में पूछा तो वह कोई जवाब नहीं दे पाया। युवक ने बताया कि उसे जो पर्ची दी गई थी उस पर रेट भी नहीं लिखा था। जिसके बाद कारिंदे ने 10 मिनट कार खड़ी करने के 30 रुपए ले लिए और पर्ची भी वापिस ले ली। जब युवक ने कहा कि वो उनके मनमाने दाम वसूलने की शिकायत करेगा तो ठेकेदार के कारिंदों ने आगे से बहस करनी शुरू कर दी ।
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन परिसर में चलने वाली पार्किंग के ठेकेदार की तरफ से दी जाने वाली पर्ची पर एक बार वाहन खड़ा करने का रेट ही नहीं लिखा हुआ है। पर्ची पर वाहन खड़ा करने के मंथली चार्ज के बारे में तो लिखा है लेकिन एक बार वाहन खड़ा करने के कितने रुपए देने है वो नहीं लिखा। इतना ही नहीं वाहन ले जाने के समय ठेकेदार के कारिंदे वाहन मालिक से पर्ची भी वापिस ले लेते हैं और वही पर्ची किसी अन्य वाहन चालक को भी दे देते हैं। पर्ची पर रेट न लिखा होने के कारण ठेकेदार के कारिंदे वाहन मालिकों से मनमाना दाम वसूलते हैं। गाड़ी खड़ी करने की जल्दी में कई बार वाहन मालिक रेट नहीं पूछ पाते और जब वाहन वापिस लेने आते हैं तो मनमानी वसूली को लेकर तीखी नोकझोक भी होती रहती है। मनमानी वसूली को लेकर होने वाले विवाद की संभावना को देखते हुए ठेकेदार ने कई लड़कों को रखा हुआ है जो वाहन मालिकों से बहस के दौरान इकट्ठे हो जाते हैं।
रेलवे स्टेशन पर लोगों की सुविधा के लिए पार्किंग बनाई है। इसके लिए रेलवे प्रबंधन की तरफ से निविदा प्रक्रिया के आधार पर ठेकेदार को साइकिल, टू व्हीलर, थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर खड़ी कराता है। रेलवे स्टेशन छावनी परिसर में टू व्हीलर और फोर व्हीलर के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल बनाया गया है। लेकिन मनमाने दाम वसूले जाने के कारण लोगों में रोष है। आए दिन किसी न वाहन चालक की रेट को लेकर पार्किंग कर्मचारियों से बहस होती रहती है। ऐसे में रेलवे प्रशासन की तरफ से भी कोई खास कार्रवाई नहीं की जाती है।
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर वाहन पार्किंग में मनमानी वसूली के बारे में जब अंबाला मंडल के सीनियर डीसीएम से बात की गई। सीनियर डीसीएम को पार्किंग में चल रहे पूरे गोलमाल के बारे में बताया गया। जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह मामले की जांच करवाएंगे। यदि स्टेशन की पार्किंग में यात्रियों से मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं, पार्किंग में रेट लिस्ट नहीं लगाई गई है और पर्ची पर वाहन का रेट नहीं लिखा गया तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
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