प्रभावित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए आगे आई सोशल वर्कर बरखा त्रेहन
इंडिया न्यूज, अंबाला।
Arun Murder Case Update News अंबाला शहर नगर निगम के चुनाव के ठीक बाद हत्या के आरोपों में फंसी एचडीएफ की पार्षद रुबी सौदा (councilor Ruby Sauda) की गिरफ्तारी को लेकर मांग लगातार बढ़ती जा रही है। हालात यह है कि इस पूरे मामले में प्रभावित परिवार को अब सामाजिक लोगों का भी सहयोग मिलने लगा है। इसी कड़ी में परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली से सोशल वर्कर बरखा त्रेहन (Social worker Barkha Trehan) अंबाला पहुंची और परिवार से मुलाकात की। गुरुवार को हाथों में बैनर लिए मृतक के परिजनों व अन्य लोगों ने एसपी ऑफिस से बाहर जमकर नारेबाजी की और कहा कि आखिर पार्षद रूबी सौदा को अंबाला पुलिस क्यों बचाने में लगी है। परिवार ने कहा कि हत्या के मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन रूबी सौदा को पुलिस केस से बाहर निकलना चाहती है।
वहीं सोशल वर्कर बरखा त्रेहन (Barkha Trehan) ने कहा कि परिवार सालभर से घर पर है और सरकार को चाहिए कि परिवार की आर्थिक मदद करें और इंसाफ दिलाए। वहीं बरखा त्रेहन ने मृतक के लिए भाई दीपक के लिए सरकारी नौकरी की मांग की। त्रेहन ने कहा कि मृतक अरुण के भाई दीपक ने उसके साथ संपर्क किया था और एक वीडिया बनाकर भेजी थी, जिसमें उसने मदद किए जाने की गुहार लगाई थी। त्रेहन ने कहा कि वह दो दिन से अंबाला में हैं और उन्होंने देखा है कि कैसे पुलिस प्रशासन हत्या आरोपी पार्षद रूबी सौदा को बचाने के लिए काम कर रहा है।
परिवार को इंसाफ दिलाने की बजाय उसे डराया धमकाया जा रहा है। बरखा त्रेहन ने कहा कि वह एसपी ऑफिस पहुंचे हैं और अधिकारियों से इंसाफ दिलाने और रूबी सौदा को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर मुलाकात की, लेकिन अधिकारी इस संबंध में बात करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने स्पष्टतौर पर कहा कि पैसे और सत्ता की ताकत के दम पर गरीब परिवार को इंसाफ नहीं मिल रहा, जबकि इस परिवार ने अपने दो लोगों को खोया है। त्रेहन ने कहा कि पहला तो हत्या के कारण जवान बेटा चला गया और फिर उसके गम में मां चली गई। मृतक का पिता भी झगड़े में बुरी तरह घायल हुआ था वह भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि वह गृहमंत्री अनिल विज, सीएम मनोहर लाल से मांग करती है कि पार्षद रूबी सौदा को गिरफ्तार करते हुए तुरंत परिवार को राहत पहुंचाने का काम करें।
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मृतक अरुण के भाई दीपक ने कहा कि करीब एक साल से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन अंबाला पुलिस ने पार्षद रूबी सौदा को गिरफ्तार नहीं किया। दीपक ने कहा कि वह अधिकारियों से मुलाकात करके तंग आ चुका है, लेकिन उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। प्रभावित परिवार ने एसपी से लेकर डीजीपी तक इस मामले में इंसाफ की गुहार लगाई है, लेकिन करीब एक साल बीत जाने के बाद भी अंबाला पुलिस ने आरोपी पार्षद रूबी सौदा की गिरफ्तारी नहीं की। दीपक ने कहा कि वह एचडीएफ की पार्षद थी, लेकिन अब सत्ता के खेल में भाजपा मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा उसे स्पोर्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति के खेल में उन्हें इंसाफ नहीं मिल पा रहा। दीपक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेंगे और इसके लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार होगा।
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एसपी ऑफिस पहुंचे शशि शेखर ने आरोप लगाया कि वर्ष 2012 में पार्षद रूबी सौदा के पति लक्की, उसका देवर ऋषि व रिम्पी मुझसे रंजिश रखते थे। यही कारण है कि इन्होंने मुझ पर हमला कर दिया, जिसके कारण मेरे हाथ खराब हो गए। प्रभावित ने कहा कि मेरे साथ की गई मारपीट के मामले में उन्हें सजा भी हो गई थी, लेकिन क्योंकि मामला 307 का था, तो अभी मेरा मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है और वहां से कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह आएगा। उन्होंने कहा कि आज वह यहां पर पहुंचा है तो उसे फिर से धमकियां मिलनी शुरू हो जाएंगी। वहीं अन्य प्रभावित युवक सूरज ने कहा कि उसके साथ भी मारपीट गई है और तेजधार हथियारों से हमला किया गया है। उसका मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है।
16 फरवरी 2021 में सिटी के गोवर्धन नगर में सुअरों को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था। विवाद में अरुण की हत्या हो गई थी। पुलिस ने मृतक के भाई दीपक की शिकायत पर 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें पार्षद रूबी सौदा का नाम भी शामिल था। पुलिस अभी तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन पार्षद की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई। वहीं प्रभावित परिवार व मृतक अरुण के भाई दीपक ने कहा कि उन्हें अब जिला व पुलिस प्रशासन पर कोई विश्वास नहीं रहा। वह एक साल से रूबी सौदा को गिरफ्तार कराने के लिए धक्के खा रहे हैं। उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही हैं। इसके बावजूद पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही।