India News (इंडिया न्यूज), Asha Workers Strike, चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी और जजपा के मंत्रियों के आवास पर 24 घंटे का पड़ाव डालने का निर्णय लिया गया। इसके बाद भी सरकार की हठधर्मिता जारी रही तो आशा वर्कर्स द्वारा 30 अक्टूबर को संसद पर आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा।
बता दें कि आशा वर्कर्स की 2 माह से अधिक समय से हड़ताल चल रही है, लेकिन आज तक प्रदेश के सीएम और स्वास्थ्य मंत्री के पास आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा के साथ बातचीत करने का समय तक नहीं है।
प्रदेश में 20 हजार आशा वकर्र भी बेटी हैं। 29 सितंबर को मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर से मांगों पर विस्तृत बातचीत हुई है और उन्होंने आश्वासन दिया था कि अगले सप्ताह मुख्यमंत्री से बातचीत करवाई जाएगी, जिसमें आशा वर्कर्स की मांगों पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
अपनी मांगों बारे आशा वर्कर्स ने बताया कि प्रत्येक वर्कर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिले, 26 हजार रुपए न्यूनतम वेतन मिले, इंसेंटिव में 50 प्रतिशत कटौती को बहाल करने, ईपीएफ एवं ईएसआई की सुविधा, रिटायरमेंट की आयू 65 साल करने और रिटायरमेंट पर सम्मानजनक पेंशन व ग्रेच्यूटी दी जाए।
यह भी पढ़ें : Big Road Accient in Bhiwani : खड़े ट्रक में टकराई कार, 6 युवकों की मौत
यह भी पढ़ें : India Coronavirus : देश में कोरोना वायरस के 72 नए मामले सामने आए