India News (इंडिया न्यूज़), Asha Workers Strike, चंडीगढ़ : पिछले 54 दिनों से आशा वर्कर्स अपनी मांगों 26 हजार रुपए न्यूनतम वेतन, ईपीएफ और ईएसआई की सुविधा, इंसेंटिव में 50% कटौती की बहाली, ग्रेच्युटी, रिटायरमेंट की आयु 65 साल करने और सम्मानजनक पेंशन को लेकर हड़ताल जारी है। गत दिवस हरियाणा सरकार के साथ उनकी कई घंटों तक मैराथन बैठक चली जिसमें सभी 10 मांगों पर मंथन किया गया लेकिन सरकार ने मात्र आश्वासन ही दिया। जिस कारण आशा वर्कर्स हड़ताल खत्म करने को तैयार नहीं है। यूनियन ने साफ ऐलान किया है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती, हड़ताल जारी रहेगी।
जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि पंचकूला पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सुबह 11 बजे से शुरू बैठक शाम 4 बजे तक चली। सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने बैठक की अध्यक्षता की जिसमें स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी. अनुपमा, एनएचएम (नेशनल हेल्थ मिशन) के निदेशक राज नारायण कौशिक, आशा कॉर्डिनेटर चांद सिंह मदान शामिल थे व वहीं यूनियन की तरफ से आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा की अध्यक्ष सुरेखा, सीटू महासचिव जय भगवान, महासचिव सुनीता, यूनियन उपाध्यक्ष प्रवेश, रानी, कोषाध्यक्ष अनीता एवं उपाध्यक्ष सुधा शामिल रहे। मुख्य प्रधान सचिव ने आश्वासन दिया कि सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए अगले सप्ताह तक मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर मांगों का समाधान किया जाएगा।
वहीं यूनियन अध्यक्ष सुरेखा और महासचिव सुनीता ने बैठक के बाद बताया कि सरकार के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है जोकि पूर्णत: विफल रही है। राज्य की 20 हजार से अधिक आशा वर्कर्स मजबूती के साथ हड़ताल पर डटी हुई हैं। फिलहाल हड़ताल 10 अक्तूबर तक जारी रहेगी वहीं 8 अक्तूबर को करनाल में ललकार रैली होगी जिसमें प्रदेशभर की आशा वर्कर्स बढ़चढ़कर भाग लेंगी।
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