इशिका ठाकुर, India News (इंडिया न्यूज), Asian Games Winners Honor, चंडीगढ़ : भारत ने एशियन गेम्स में जहां 107 मेडल हासिल किए हैं, वहीं हरियाणा के नाम उसमें 30 मेडल थे, जो 44 खिलाड़ियों ने अलग-अलग गेम्स में अलग-अलग इवेंट में हासिल किए, इसी कारण आज उन खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया, साथ ही साथ नौकरी का ऑफर भी दिया गया। समारोह में गोल्ड मेडलिस्ट को 3 करोड़, सिल्वर को 1.5 करोड़ और ब्रॉन्ज को 75 लाख रुपए दिए गए। सीएम मनोहर लाल ने सभी खिलाड़ियों को आने वाले टूर्नामेंट के लिए शुभकामनाएं दी। हरियाणा के 44 खिलाड़ी जो पदक विजेता थे उनमें से 22 खिलाड़ी पहुंचे जो हॉकी, कब्बड्डी, बॉक्सिंग, रेसलिंग, शूटिंग और तीरंदाजी से संबंध रखते हैं।
वहीं सीएम मनोहर लाल ने अलग-अलग शहरों में 10 खेल केंद्रों का उद्घाटन किया, जहां-जहां अलग-अलग खेल के खिलाड़ी प्रैक्टिस करेंगे। सीएम मनोहर लाल ने खिलाड़ियों के परिजनों से भी मुलाकात की। सीएम मनोहर लाल ने कहा हरियाणा का किसान, जवान और खिलाड़ी धाकड़ है। खिलाड़ी भी ये सम्मान पाकर काफी खुश थे, वहीं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी वीडियो संदेश में खिलाड़ियों और हरियाणा के नाम संदेश भेजा। हरियाणा के खिलाड़ी हॉकी से लेकर कब्बड्डी, शूटिंग और एथेलटिक्स में छाए रहे। उम्मीद करते हैं ये खिलाड़ी आगे भी अपना अच्छा प्रदर्शन करेंगे और भारत के लिए मेडल लाकर हरियाणा का नाम रोशन करेंगे।
हरियाणा में भ्रष्ट IAS अधिकारियों को पकड़े जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि एन्टी करप्शन ब्यूरो भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध है। करप्शन को रोकने के लिए ब्यूरो को यह नहीं देखना होता है कि कोई सामान्य व्यक्ति है या अधिकारी है या कर्मचारी है या फिर कोई नेता। ब्यूरो अपनी सही भूमिका निभा रहा है।
हालांकि यह दावा तो नहीं कर सकता कि करप्शन पूरी तरह से खत्म हो गया, लेकिन पहले जो हालात थे उसमे सुधार है। जो लोग करप्शन करते हैं वे एक तरह से पाप करते हैं, जनता के साथ अन्याय करते हैं और अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक से नहीं करते। ऐसे में एन्टी करप्शन ब्यूरो और अन्य एजेंसियों को पूरा सहयोग किया जाएगा।
SYL के मुद्दे पर CM ने कहा कि SYL का मुद्दा अब सुप्रीम कोर्ट में है। इसलिए इस विषय पर चर्चा करने का कोई ज्यादा मतलब नहीं है। सुप्रीम कोर्ट सही दिशा में काम कर रहा है और फैसला दे चुके है कि हरियाणा के लिए SYL बननी चाहिए। पंजाब को हमेशा आपत्ति रहती है कि पानी कम है, हम कैसे पानी दे पाएंगे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि पानी के बारे में तो हम कुछ कह ही नहीं रहे। लेकिन जो फ्लो वाली चीजों का मसला होता है, इनके माध्यम से कभी भी संकट आ सकता है। इसलिए विकल्प के चैनल होने चाहिए। पानी यहां से नहीं निकल रहा है तो दूसरी जगह से निकाल दें। अलर्टनेट चैनल सभी के होते हैं सिर्फ एक बेरियर बनाने की बात है पानी की नहीं।
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