बाबा सिद्दीकी मामले में गुरमेल को पुलिस पकड़ चुकी है, वहीं जसीन अभी फरार चल रहा है। वह हथियार सप्लायर है। कलायत में उसके ऊपर 2 मामले दर्ज थे। हत्या के प्रयास में शूटरों को हथियार उपलब्ध करने के दो मामलों में संलिप्त पाया गया था। ये दोनों मामले अभी कोर्ट में विचाराधीन हैं।
जानकारी के अनुसार कैथल सीआईए पुलिस जसीन को मई, 2022 में कलायत के एक व्यापारी पर गोली चलाने के एक मामले में प्रोटेक्शन वारंट पर लाई थी, इसमें जसीन अख्तर ने गोली चलाने वालों को हथियार सप्लाई किए थे तो आरोपी के तौर पर 21 अगस्त 2022 को पंजाब की कपूरथला जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर आई थी। जसीन को जब कैथल CIA प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर आई थी तब उस पर हत्या, डकैती व आर्म्स एक्ट के कुल 5 मुकदमे दर्ज थे।
सूत्रों के मुताबिक जसीन अख्तर जब जेल में बंद था और वहीं पर लॉरेंस गैंग के टच में आया, जिसके बाद वह जेल से बाहर आने के बाद गैंग में चला गया। कैथल जेल की स्पेशल सेल में वह लगभग 15 महीने तक शूटर गुरमेल के साथ रहा। यहां पर दोनों की दोस्ती हो गई। जब दोनों यहाँ थे तभी जेल से मोबाइल और सिम बरामद होने का भी एक मामला शूटर गुरमेल पर दर्ज हुआ था। इसके बाद जसीन को कोर्ट से जमानत मिल गई थी। जसीन अख्तर के जेल से बाहर आने के थोड़े दिनों बाद गुरमेल की भी जमानत हो गई और वह अख्तर के साथ मुंबई चला गया था। अब दोनों के नाम बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आए हैं।
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पुलिस के मुताबिक मोहम्मद जसीन अख्तर ही तीनों शूटरों को बाहर से डायरेक्शन दे रहा था। जिस वक्त सिद्दीकी को गोलियां मारीं गई, उस वक्त भी उनकी लोकेशन के बारे में अख्तर ही शूटरों को जानकारी दे रहा था। इसके अलावा उनके लिए किराए के कमरे समेत दूसरे लॉजिस्टिक सपोर्ट में भी अख्तर ने ही मदद की। इस केस में अब तक 6 आरोपियों की पहचान हो चुकी है जिनमें गुरमेल, धर्मराज, शिव कुमार, जसीन अख्तर, शुभम लोनकर और प्रवीण लोनकर के नाम शामिल हैं। बता दें कि मुंबई पुलिस धर्मराज, गुरमेल और प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार कर चुकी है।
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