सिरसा/अमर ज्यानी
जिले में बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस के हाथ एक सफलता मिली है. एक्टिव बावरिया गिरोह बेनकाब हो गया है, गिरोह के सदस्य पर्स, चेन आभूषणों पर अपनी पेनी नजर रखा करते थे, और मौका मिलते ही हाथ साफ भी कर देते, पुलिस को कई दिनों से इस गिरोह की तलाश थी जिसके दो प्रमुख सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दो सदस्य पति-पत्नी हैं।
दोनों ही बावरिया समाज से संबंध रखते हैं, इस बावरिया गिरोह में कुल चार सदस्य हैं बाकी दो लोग भी पति पत्नी ही हैं।चारों ही मिलकर एक साथ बाजार में आते और वारदात को अंजाम देते थे, सीआईए थाना प्रभारी प्रदीप कुमार के नेतृत्व में टीम ने गिरोह के सदस्य गिरफ्तार किए हैं।
इस गिरोह ने अब तक बीते 6 दिसंबर 2020 को शहर के रोड़ी बाजारक्षेत्र में एक महिला से पर्स चोरी की घटना को स्वीकार किया, जिसमें 86 हजार रुपए की नकदी और सोने,चांदी के जेवरात भरे हुए थे। जानकारी के लिए बता दूं पुलिस ने पति को रिमांड पर लिया है, जबकि आरोपी महिला को जेल भेज दिया गया है। पकड़े गए आरोपी पति-पत्नी की पहचान रवि और पत्नी महादेवी निवासी गोबिंदपुरा तहसील रानियां के रूप में हुई है।
दोनों बावरिया समाज के हैं, इस गिरोह में पति-पत्नी के रूप में दो साथी और हैं जो अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं लेकिन उनकी पहचान कर ली गई है। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये चारों लोग ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, ग्रामीणों की नजर में बाग ठेके पर लेकर उसकी रखवाली करते हैं इसलिए गांव में इन पर कोई शक नहीं करता था।
आरोपी रवि और उसकी पत्नी महादेवी ने पुलिस को बताया कि वे चार लोग कार में सवार होकर दिन में सिरसा आ जाते थे, दोनों महिलाएं भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर घूमकर अपना टारगेट ढूढंती हैं. इनके दोनों पति इनके आसपास घूमते रहते और गले में आभूषण पहने और पर्स देखकर महिला को टारगेट किया जाता था। भीड़ में महिला को घेरकर उसके आभूषण काट देते और ठीक इसी प्रकार पर्स भी चोरी करते थे। इतना ही नहीं अगर शक हो तो पत्नियां बीच में पड़कर पतियों की बात को संभाल लेती थी।