इंडिया न्यूज ।
Bhagwant Mann should apologize for passing the resolution in the assembly : चंडीगढ को पूर्ण रूप से पंजाब को दिए जाने की मांग को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधानसभा में प्रस्ताव पास किया है जिसके लिए इन्हें हरियाणा से माफी मांगनी चाहिए । वहीं चंडीगढ़ को लेकर हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री आमने-सामने हो गए हैं। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है।
चंडीगढ़ पर अधिकार के लिए प्रस्ताव पास करने पर पंजाब के मुख्यमंत्री को हरियाणा से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को भी इसकी निंदा करनी चाहिए। पंजाब सीएम भगवंत मान ने विधानसभा में प्रस्ताव पास किया था कि चंडीगढ़ पूर्ण तौर पर पंजाब को दिया जाए। मान का तर्क है कि पंजाब के गांवों को उजाड़कर चंडीगढ़ बसाया गया। पंजाब चंडीगढ़ का पेरेंट स्टेट है, इसलिए उस पर हमारा हक है।
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राजीव-लौंगोवाल समझौते के मुताबिक चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी है। अगर पंजाब सरकार कुछ करना चाहती है तो पहले सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के मुद्दे को सुलझाए। हिंदी भाषी क्षेत्र भी हरियाणा को देने चाहिए। इसके अलावा चंडीगढ़ पर कुछ हक हिमाचल प्रदेश का भी बनता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कुछ दिन पहले चंडीगढ़ दौरे पर आए थे। उन्होंने चंडीगढ़ में काम करते कर्मचारियों पर केंद्रीय सर्विस नियमों का ऐलान कर दिया। जिसका अगले दिन नोटिफिकेशन भी हो गया। इसके बाद पंजाब सरकार भड़क गई। सीएम भगवंत मान ने स्पेशल सेशन बुलाकर चंडीगढ़ को पूर्ण रूप से पंजाब को देने का प्रस्ताव पास कर दिया। इसके बाद हरियाणा और पंजाब के बीच विवाद शुरू हुआ है।
Bhagwant Mann should apologize for passing the resolution in the assembly