इंडिया न्यूज, भिवानी।
Dadam Mining Accident डाडम में हरियाणा का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला हुआ। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। उन्होंने आज डाडम खनन जोन के उस इलाके का दौरा किया, जहां 1 जनवरी को बड़ा हादसा हुआ था। इस दौरान बड़ी तादाद में गांववाले भी अपनी शिकायतें लेकर हुड्डा के पास पहुंचे।
गांववालों ने सबूतों और दस्तावेजों का हवाला देते हुए डाडम खनन घोटाले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि यहां कई साल से अवैध खनन चल रहा है। गांववालों और इलाके के समाजसेवियों ने हुड्डा को खनन माफिया के खिलाफ ज्ञापन भी सौंपे। उन्होंने बताया कि खनन ठेकेदारों ने जबरदस्ती लोगों की निजी जमीनों पर भी कब्जा किया और वहां भी गैरकानूनी खनन किया। कई जगहों पर तो नियमों के विपरीत 800-900 फीट तक की गहराई तक खुदाई की गई है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि खनन जोन में जाकर अपनी आंखों से लालच का कू्रर तमाशा देखा। ऐसा लग रहा है मानो खनन माफिया खतरे से खेल रहा है और गरीब मजदूरों के लिए मौत का जाल बिछाया गया है। खनन माफिया ने पूरे खनन क्षेत्र को मौत के कुएं में तब्दील कर दिया है। यहां नियमों को ताक पर रखकर पहाड़ों को खोदा जा रहा है। पहली नजर में स्पष्ट तौर से देखा जा सकता है कि खनन नियमों की परवाह किए बिना 90 डिग्री के एंगल पर खड़ी माइनिंग की गई, जबकि नियमों के मुताबिक 60 डिग्री एंगल पर ही खनन किया जाना चाहिए।
जानलेवा हादसे के दोषियों के खिलाफ 302 और 304 का आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए। लेकिन, सरकार ने हल्की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें बचाने की कोशिश की है। डाडम खनन जोन का दौरा करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा हादसे का शिकार हुए मृतक बिंदर के घर बागनवाला गांव भी गए। यहां उन्होंने परिवार वालों को ढांढस बधाया। उन्होंने कहा कि हादसे में जिन 5 मजदूरों की मौत हुई है, उनको सरकार की तरफ से कोई मुआवजा नहीं दिया गया। सरकार को पीड़ित परिवार के लिए उचित मुआवजे, एक-एक सरकारी नौकरी का ऐलान करना चाहिए और उन्हें न्याय देना चाहिए। डाडम में खनन करने वाली कंपनी नियमों के मुताबिक डाडम गांव के विकास की खातिर अबतक 33 करोड़ रुपए देने थे, लेकिन वो भी कंपनी ने गांव को नहीं दिए। इसलिए कंपनी से उसका भुगतान भी जल्द करवाया जाना चाहिए।
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