India News Haryana (इंडिया न्यूज), Bhiwani News : भिवानी को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने को लेकर लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए हाल में गौशाला संचालकों व संबंधित अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त महावीर कौशिक ने गौवंश व पशुमालिकों को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया और कहा कि जिले के गौवंश मालिक अपने पशुओं को खुला न घूमने दें, वरना
उन्हें पांच हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा।
वहीं उन्होंंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों पर घूम रहे पशुओं को गौशालाओं में रखा जाए, ताकि कोई दुर्घटना न हो व बेसहारा गौवंश व पशुओं को भी कोई हानि न हो। इसके साथ ही आवारा गौवंश को पकड़ने के बाद दोबारा छोड़े जाने पर गौशाला का पंजीकरण रद करने की बात भी कही।
इसके साथ ही आम जनता का भी यही कहना कि जो आवारा पशु हैं उनके कारण बहुत ज्यादा परेशानी होती है।आम जनता को क्योंकि जो आवारा पशु होते हैं, वे रोड पर एकत्रित हो जाते हैं और आपस में लड़ भी पड़ते हैं। यही आवारा पशु सड़क हादसों को भी न्योता दे रहे हैं।
सबसे पहले उपायुक्त ने कहा कि प्राय: देखने में आया है कि गौवंश मालिक और पशुपालक दिन में अपने पशुओं को छोड़ देते हैं और रात को उन्हें अपने बाड़ों में बांध लेते हैं। इससे दिन में आवागमन बाधित होता है और दुर्घटना होने का भय रहता है। पशुओं को भी हानि होती है।
वहीं उन्होंने पशुपालकों को सख्त निर्देश दिए कि 3 दिन के अंदर गौवंश मालिक व पशुपालक अपने पशुओं को दिन में आवारा न घूमने दे और अपने निश्चिन स्थान पर बांधकर रखें। यदि उन्हें खुला घूमता पाया गया तो नगर परिषद द्वारा पकड़कर गौशाला संचालक गौशालाओं में रख लेंगे और मालिक अपना गौवंश व पशु लेने के लिए जाएगा तो उन्हें पांच हजार रुपए जुर्माना वहन करना पड़ेगा।