कैथल/मनोज मलिक
एसजीपीसी की प्रधान बीबी जागीर कौर ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के गुरुद्वारे सिख संगत के गुरुद्वारे हैं, गुरुओं के स्थान सबके साझे हैं यह कौम के स्थान हैं उन्होंने कहा कि सिखों को बांटने की ये राजनैतिक लोगों की यह साजिश कभी कामयाब नहीं होंगे, सभी गुरुद्वारे एसजीपीसी के हैं, बीबी जागीर कौर कैथल में गुरुद्वारा मंजी साहिब में भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास करने पहुंची थीं।
उनसे जब (एसजीपीसी) और हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बीच हरियाणा के गुरुद्वारों को लेकर चल रहे विवाद पर पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि एसजीपीसी हरियाणा या पंजाब की नहीं, बल्कि पूरी सिख कौम की नुमाइंदगी करती हैं, जब पंजाब एक था तो हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश सब इसी में थे, इनके गुरुद्वारे भी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अंतर्गत थे, जब यह अलग हुए तो गुरुद्वारे अलग हो गए, पानी बांटा जा सकता है, धरती बांटी जा सकती है, लेकिन कभी धर्म नहीं बांटा जा सकता।
धर्मों के रक्षक थे गुरु तेग बहादुर
एसजीपीसी अमृतसर अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी हिंद दी चादर थे, जिन्होंने देश और हिन्दू धर्म की रक्षा के अपना लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया, हमें खुशी है कि उनकी याद में बनने जा रहे गुरुद्वारा साहिब की इमारत का नींव पत्थर रखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, बीबी जागीर कौर रविवार को मंजी साहिब गुरुद्वारा की इमारत का नींव पत्थर रखने के बाद संगत को संबोधित कर रही थीं, उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने उस वक्त के जालिम शासक औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ लड़ते हुए शहादत दी, पर जरा भी ढोले नहीं एसजीपीसी नौवीं पातशाही की याद में 400 साला मना रही हैं हम सब सौभाग्य शाली हैं जिस तरह हम अपने बच्चों का बर्थडे बड़ी खुशी से मनाते हैं उससे ज्यादा चाव से संगत गुरु साहिब का 400 साला मनाएंगे उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर सेवा दल पहली संस्था है जो अपनी नेक कमाई से दसवंद निकाल कर करीब पांच करोड़ रुपए की लागत से गुरुद्वारा की इमारत बना रही है, हरियाणा की संगत से मेरा बहुत प्यार है कैथल मेरे लिए नया नहीं है, सन 1984 में मैं यहां की गली गली और घर-घर जाकर संगत से मिलीं हूं, यहां के लोगों से मेरी पुरानी सांझ है संगत ने उन्हें जो प्यार दिया उससे वे बेहद खुश हैं उन्होंने गुरुद्वारा साहिब की इमारत बनाने में सबको सहयोग करने के लिए प्रेरित किया, इस पुनीत कार्य को पूरा करने में एसजीपीसी उनके साथ है।