होम / Jind SP Case: जींद एसपी केस में हुआ बड़ा खुलासा, SP के खिलाफ किसने शेयर किए पत्र? SIT ने जांच में बताया

Jind SP Case: जींद एसपी केस में हुआ बड़ा खुलासा, SP के खिलाफ किसने शेयर किए पत्र? SIT ने जांच में बताया

• LAST UPDATED : November 2, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Jind SP Case: हरियाणा के जींद के एसपी सुमित कुमार पर लगे यौन शोषण के आरोपों के मामले में एसआईटी की जांच में नए और महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं। एसआईटी की जांच में सामने आया है कि जिस ईमेल से यौन शोषण का पत्र वायरल किया गया था, वह एक वाई-फाई डिवाइस का उपयोग करके भेजा गया था, जो सुनील कपूर के नाम पर पंजीकृत है।

जांच में क्या पता चला

सुनील कपूर एक न्यूज चैनल संचालक हैं, और एसआईटी ने पाया कि पत्र को वायरल करने के लिए इसी वाई-फाई डिवाइस का उपयोग किया गया था। पुलिस कपूर को जांच में शामिल करना चाहती है, लेकिन वह फिलहाल भूमिगत हो गया है। जांच में यह भी सामने आया कि कपूर का जींद महिला थाना प्रभारी के साथ किसी पुराने मामले को लेकर विवाद चल रहा था।

Randeep Surjewala: ‘एक एक्सीडेंटल सीएम…’, रणदीप सुरजेवाला का सीएम सैनी के बयान पर बड़ा हमला

6 अक्टूबर 2023 को दहेज से संबंधित एक एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसे बाद में सबूतों की कमी के कारण 6 दिसंबर को रद्द कर दिया गया था। कपूर उस एफआईआर को दोबारा खुलवाना चाहता था, लेकिन थाना प्रभारी ने मना कर दिया। गवाहों ने बयान दिया है कि इस मामले को लेकर कपूर ने थाना प्रभारी को धमकी भी दी थी। एक मध्यस्थ ने एसआईटी को बताया कि कपूर ने थाना प्रभारी के खिलाफ साजिश रचने की बात कही थी।

SIT की जांच में पता चला

एसआईटी के हेड एसपी दीपक सहारन और एएसपी डॉ. राजेश कुमार मोहन ने बताया कि इस मामले की जांच बेहद संवेदनशील है, इसलिए सभी तथ्यों का क्रॉस वेरिफिकेशन किया जा रहा है। जांच में यह भी सामने आया है कि कपूर पहले भी दो मामलों में आरोपित रह चुका है। इस मामले में फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जींद के एसपी सुमित कुमार का तबादला कर दिया गया है। हालांकि, सुमित कुमार ने मीडिया में दिए अपने बयानों में खुद को निर्दोष बताया है।

इस प्रकरण में चार पेज का एक पत्र सामने आया था, जिसमें कुछ महिला पुलिस कर्मचारियों के नाम शामिल थे, लेकिन उनमें से किसी ने अब तक सामने आकर इन आरोपों की पुष्टि नहीं की है। एसआईटी का मानना है कि कपूर ने यह पत्र अवैध वसूली या दबाव बनाने की मंशा से वायरल किया हो सकता है, लेकिन इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने के लिए उनकी उपस्थिति और पूछताछ आवश्यक है।

Gurugram Fire: गुरुग्राम के पार्श्वनाथ सिटी में लगी भयानक आग, दमकल विभाग लोगों को सुरक्षित बाहर निकलने में रही कामयाब

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT