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BJP’s Big Claim : अपना गढ़ बचाने में हांफ रहे हुड्डा, रोहतक-झज्जर में पहले से हाफ और सोनीपत में साफ हो रही कांग्रेस

• LAST UPDATED : October 3, 2024
  • रोहतक, सोनीपत और झज्जर को अब जनता नहीं मान रही हुड्डा का गढ़
  • भूपेंद्र हुड्डा के होमटाउन रोहतक सिटी में कांग्रेस प्रत्याशी की हालत पतली
  • सीट हारती दिख रही पार्टी तीनों जिलों की 14 सीटों पर भाजपा ने पलटी बाजी

India News Haryana (इंडिया न्यूज), BJP’s Big Claim : भाजपा का दावा है कि प्रदेश की राजनीति में जाटलैंड कहे जाने वाले रोहतक, झज्जर और सोनीपत में इस बार हुड्डा की हालत पतली हो गई है। तीनों जिलों की 14 सीटों पर कांग्रेस का असर कमजोर हो रहा है। इसका बड़ा कारण भाजपा के स्टार प्रचारकों की रैली और कांग्रेस द्वारा दलित विरोधी बयानबयाजी और नौकरी बेचने की मानसिकता को माना जा रहा है।

BJP’s Big Claim : कुछ सीटों पर निर्दलीयों का जोर

कांग्रेस रोहतक और झज्जर जिले में पहले से आधी सीट पर सिमटने जा रही है। सोनीपत जिले में कांग्रेस का बुरा हाल इसलिए है कि वहां कुछ सीटों पर निर्दलीयों का जोर है और कुछ को भाजपा ने कब्जे में कर ही लिया है। रोहतक- सोनीपत और झज्जर जिलों में अपनी सरकार व चौधर का नारा देने वाले भूपेंद्र हुड्डा चुनाव प्रचार के अंतिम क्षणों में अपने गढ़ रोहतक और झज्जर में फंसते और सोनीपत में हांफते हुए नजर आ रहे हैं।

कमल खिलता हुआ नजर आ रहा

रोहतक में अगर किलोई विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दिया जाए तो जिले की बाकी बची तीन सीटों पर भाजपा ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। भाजपा के स्टरा प्रचारकों की रैली काम कर गई है। रोहतक सिटी जिसे भूपेंद्र हुड्डा अपना होम टाउन मानते हैं वहां से भी भाजपा सीट निकालती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस प्रत्याशी की हालत पतली होती दिखाई दे रही है। पूर्व सहकारिता मंत्री और भाजपा प्रत्याशी मनीष ग्रोवर मजबूत स्थिति में आ गए हैं। 2019 में कांग्रेस ने जिन सीटों पर अपनी जमीन मजबूत की थी वहां कमल खिलता हुआ नजर आ रहा है।

खरखौदा सीट पर कांग्रेस और भाजपा का मुकाबला

विधानसभा चुनाव से ठीक 24 घंटे पहले हुए कांग्रेस के इंटरनल सर्वे ने भूपेंद्र हुड्डा के साथ-साथ कांग्रेस हाई कमान की नींद भी उड़ा दी है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि रोहतक, झज्जर और सोनीपत में कांग्रेस के बागियों के कारण बहुत लंबे समय बाद मुकाबला एक तरफा होता हुआ दिखाई दे रहा है। केवल खरखौदा सीट पर कांग्रेस और भाजपा का मुकाबला है, लेकिन यहां भी कांग्रेस की हालत उतनी ठीक नहीं है।

भाजपा के प्रत्याशियों ने मुकाबले को एक तरफा कर दिया

सोनीपत और गोहाना में भाजपा के प्रत्याशियों ने मुकाबले को एक तरफा कर दिया है। राई, गन्नौर और बरोदा में कांग्रेस प्रत्याशियों को चुनाव मुकाबला में पसीना आ रहा है। इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशियों ने कांग्रेस को त्रिकोणीय मुकाबले से बाहर कर दिया है। जाट लैंड का सबसे मजबूत गढ़ माने जाने वाले सोनीपत में वोटर्स ने भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व को नकार दिया है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गोहाना, बरोदा, खरखौदा और सोनीपत में जो बाजी मारी थी वह बाजी इस कांग्रेस के हाथ से निकल चुकी है।

यहां भी कांग्रेस की हालत खस्ता

हम यहां रोहतक और झज्जर की आठ विधानसभा सीट की बात करें तो समीकरण एकाएक बदल गए हैं। यहां भी अधिकतर सीट पर कांग्रेस की हालत खस्ता है। रोहतक जिले की कलानौर और महम विधानसभा सीट पर चल रही टफ लड़ाई में कांग्रेस के प्रत्याशी कमजोर नजर आ रहे हैं। इसका एक कारण कांग्रेस नेताओं द्वारा जनता के बीच में नहीं रहना और जनता के काम नहीं करना है।

राजनीतिक जानकार बताते हैं कि यदि रोहतक में भूपेंद्र हुड्डा एक या दो सीटों पर निपट गए तो उनके मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर ग्रहण लग जाएगा। झज्जर और बादली में कांग्रेस प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर मिल रही है। ऐसे ही बहादुरगढ़ और बेरी में टफ मुकाबला है। सूत्र बताते हैं कि इस बार झज्जर में कांग्रेस हाफ हो सकती है, इसलिए झज्जर जिले की चारों सीटों को साधने के लिए राहुल गांधी को जीटी रोड बेल्ट छोड़कर बहादुरगढ़ में रोड शो करना पड़ा।

ऐसे बिगड़े समीकरण

भाजपा सूत्रों का कहना है कि चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा अपने घर में घिरते नजर आ रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गोहाना रैली और भाजपा के अन्य दिग्गजों की रैलियों ने जाट लैंड कहे जाने वाले सोनीपत, रोहतक और झज्जर के सियासी व जातीय समीकरणों को तोड़ने का काम किया। भाजपा ने कांग्रेस राज में दलितों पर आत्याचार के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। इसका असर चुनाव परिणाम पर दिखेगा। भाजपा ने कांग्रेस को  पर्ची व खर्ची व भ्रष्टाचार पर भी घेरा। इन सवालों का जवाब देने में कांग्रेस असफल रही। जिससे जाट लैंड में हवा कांग्रेस के खिलाफ जाती दिखाई दे रही है।

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