सोनीपत/सन्नी मलिक
बीते दिन गुरुवार को सोनीपत कोर्ट परिसर में अजय उर्फ बिट्टू नाम के बदमाश पर फायरिंग और गांव बरोणा में उसके पिता कृष्ण की हत्या मामला है जिसमें पुलिस ने हरियाणा पुलिस के इंसपेक्टर सोनू मलिक समेत 17 लोगों पर हत्या और अन्य संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है, और अजय उर्फ बिटटू के पिता कृष्ण का पोस्टमॉर्टम कराया गया और परिजनों को सौंप दिया गया है, और 3 पुलिस की टीम इस पूरे मामले की जांच कर रही हैं, सोनीपत में हुए गैंगवार में बदमाश अजय उर्फ बिटटू पर फायरिंग और उसके पिता कृष्ण की मौत के मामले में आखिरकार पुलिस ने भी स्पष्ट कर दिया है, कि ये रामकरण और संदीप बड़वासनी गैंग में आपसी रंजिश में वारदात हुई थी, जिसमें पीड़ित परिवार के लोगों ने हरियाणा पुलिस के सोनू मलिक समेत 17 लोगो पर इस वारदात को अंजाम देने का आरोप लगाया है।
सोनीपत पुलिस की 3 टीमें इस मामले की तफ्तीश करने में जुटी हैं जिसे हरियाणा पुलिस के सिपाही महेश ने अजय उर्फ बिटटू पर कोर्ट परिसर में गोलियां चलाई थीं, उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है, ताकि इससे गहनता से पूछताछ हो सके कि आखिर उसने इस वारदात को क्यों अंजाम दिया और उसके रामकरण गैंग के साथ क्या संबंध है।
वहीं सोनीपत सिविल अस्पताल में अजय बिट्टू के पिता कृष्ण का पोस्टमॉर्टम करा पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है, अजय की मां अनीता और उसकी बुआ शकुंतला ने बताया कि इस कांड के पीछे हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात सोनू मलिक नाम का एक इंसपेक्टर और बदमाश रामकरण का हाथ है, महेश नाम के एक सिपाही को अजय को मारने का जिम्मा सौंपा गया था, उन्होंने बताया घर पर मात्र 7 मिनट में उसके पति पर हमला हुआ जिसमें उनकी मृत्यु हो गई लेकिन हमें अपने बेटे की जान का खतरा है, उसकी सुरक्षा बढ़ाई जाए और हमें न्याय दिया जाए।
इस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी डॉ. रविंद्र ने बताया कि अजय उर्फ बिट्टू पर कोर्ट परिसर में फायरिंग करने के मामले में और गांव बरोणा में उसके पिता कृष्ण पर फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतारने के मामले में हमने दो एफआईआर दर्ज की हैं जिसमें 17 आरोपी नामजद हैं, हम हर पहलू पर जांच कर रहे हैं, इस पूरी वारदात में एक बदमाश रामकरण का नाम सामने आया है और हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात सोनू मलिक की भी भूमिका पर सोनीपत पुलिस जांच कर रही है, दोषी कोई भी हो किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा, डीएसपी डॉ. रविंद्र ने भी माना है यह पूरी वारदात संदीप बड़वासनी और रामकरण गैंग की आपसी रंजिश में हुई है।