India News Haryana (इंडिया न्यूज), Crop Residue Management : हरियाणा प्रदेश में पराली के बढोतरी रही है इसको लेकर कृषि विभाग की टीम सक्रिय हो गई आग जनकी रिपोर्ट फील्ड से जुटाई जा रही है फसलों के अवशेष प्रबंधन की जिम्मेदारी सीधे तौर से प्रदूषण विभाग बोर्ड कृषि अधिकारियों की की होगी। पराली जलाने के लिए जितने किसान जिम्मेदार है उतने ही अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अतिरिक्त निदेशक अंकुर तिवारी हिसार पहुचे और कृषि अधिकारियों के साथ फीट बैक लिया गया। इसी दौरान उन्होंने हांसी, नारनौंद माढा, सिसाय गांव में दौरा किया और पराली प्रबंधन के लिए किसानों के लिए आदेश भी जारी किए है। हरियाणा में अब तक (387) पराली जलाने के मामले सामाने आ चुके है और हिसार में पांच केस पराली जलाने के आए है। पिछले साल का हरियाणा का रिकॉर्ड टूट गया है।
सेटेलाइट और सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक राज्य में पराली जलाने के केस (378) दर्ज किए है। प्रदेश में पराली जलाने के मामले में बढोतरी हो रही है। पराली जलाने से रोकने के लिए तैनात अधिकारी जिला स्तरीय टीम कमेटियां नाकाम साबित हो रही है। एक दिन में (98) मामले सामने आए है। पंजाब में पराली जलाने के मामले (710) हो चुके है, हरियाणा कुरुक्षेत्र में (57) और करनाल में (47) ज्यादा मामले में सामने आए है।
हिसार के कृषि उपनिदेशक राजबीर सिंह ने कहा कि अभी हिसार में स्थिति ठीक है कुछ दूसरे जिलों पराली जलाने के केस सामने आए है। प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी हिसार आए थे उन्होंने कई स्थानो पर खेतों में जायजा लिया है। उन्होंने कहा कि उनके विभाग की टीम निगरानी कर रही है।
Nuh Accident News : एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत, दशहरा का मेला देख कर लौट रहे थे
Part Time Jobs के नाम पर युवक से ठगे 2 लाख 31 हजार रुपए, व्हाट्सएप पर आया था मैसेज