India News Haryana (इंडिया न्यूज), Karnal : किसानों की धान कटाई का समय चल रहा है । धान कटाई के बाद किसान अपने फसल अवशेष का प्रबंध कृषि यंत्र से ना कर कर पराली जलाने पर जोर दे रहे हैं जबकि जिला प्रशासन खूब प्रयास कर रहा है कि किसान पराली में आग ना लगाए , जिला प्रशासन और कृषि विभाग के द्वारा उनको जागरूक किया जा रहा है तो वहीं प्रोत्साहन राशि भी किसानों को दी जा रही है लेकिन उसके बावजूद भी किसान धान फसल अवशेष में आग लगने से बाज नहीं आ रहे।
करनाल में भी पराली जलने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, करनाल के पींघली और हेमदा गांव से तस्वीरें आई हैं जो कि पराली जलाने की हैं। ऐसी तस्वीरें रोजाना शाम और रात को देखने को मिल रही हैं, ये तस्वीरें साफ बताती हैं कि नियमों को ताक पर रखा गया है और एक के बाद एक किसान पराली जलाता हुआ नजर आ रहा है।
करनाल में अब तक 52 से ज्यादा स्थानों पर पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं, और ये मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं, पराली जलाने के मामले में करनाल चौथे स्थान पर हैं और पराली लगातार अलग अलग गांवों में जलाई जा रही है । कृषि विभाग की टीम ड्रोन से भी नजर रखे हुए है, लेकिन उसके बाद भी किसान लगातार अपने खेतों में धान की फसल काटने के बाद पराली जला रहा है।
जिला कृषि उपनिदेशक डॉ वजीर सिंह ने कहा कि अभी तक 9 किसानों पर FIR दर्ज हुई है और करीब 1 लाख 7 रुपए के आस पास किसानों पर जुर्माना भी लगा है, हालांकि पहले के मुकाबले ये मामले कम लग रहे हैं, लेकिन इस बार आसमान में काफी धुआं नजर आ रहा है जिसका सीधा असर आंखों और गले पर पड़ रहा है। कृषि विभाग की 450 टीम निरीक्षण कर रही है , जो देख रही है कि किसान कहां कहां पराली जला रहा है।