सिरसा/अमर ज्याणी
सिरसा में आज नगर परिषद चेयरपर्सन का चुनाव तनावपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ. हालांकि चेयरपर्सन की कुर्सी भाजपा से खिसककर गोपाल कांडा की पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी के हाथों में चली गई है. सिरसा की नगर परिषद में 31 वार्ड हैं, जिसमें से 30 नगर पार्षदों ने अपने मतदान का प्रयोग किया है. इसके अलावा सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल और विधायक गोपाल कांडा ने अपने वोट का इस्तेमाल किया।
गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी की समर्थित उम्मीदवार रीना सेठी को चेयरपर्सन बनाया गया. जबकि भाजपा उम्मीदवार सुमन बामनिया चेयरपर्सन का चुनाव 2 वोटों से हार गई. सेठी को 17 वोट मिले जबकि बामनिया को 15 वोट मिले हैं।
चुनाव में सुनीता दुग्गल और गोपाल कांडा का चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने पर, किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए नगर परिषद् से 100 मीटर दूर चारों तरफ से बेरिकेट्स लगाए गए थे. लेकिन किसानों ने बेरिकेट्स को तोड़ते नगर परिषद के नजदीक पहुंच गए. जिसको लेकर किसानों और पुलिस में जमकर धक्कामुक्की हुई।
पुलिस ने किसानों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए वॉटर कैनन का प्रयोग किया.वहीं किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए, प्रशासन ने सुनीता दुग्गल और गोपाल कांडा को बड़ी मशक्कत के बाद सरकारी गाड़ियों में बैठाकर सुरक्षित भेजा. हालांकि किसानों ने दोनों ही नेताओं को काले झंडे दिखाते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एसडीएम ने कहा कि ईवीएम से वोटिंग कराई गई थी, मतगणना में रीना सेठी 2 वोटों से जीत गई हैं. रीना राठी को 17 वोट मिले जबकि सुमन लता को 15 वोट मिले हैं. उन्होंने बताया कि चुनाव में सांसद सुनीता दुग्गल और विधायक गोपाल कांडा ने भी वोट का प्रयोग किया था।
किसानों ने बताया कि भाजपा की सांसद सुनीता दुग्गल ने किसानों के नाम पर वोट लिए थे. लेकिन आज किसानों की समस्या सुनने की बजाए अपने घर पर दुबककर बैठी हैं. उन्होंने कहा कि आज भी सुनीता दुग्गल का विरोध प्रदर्शन किया गया है, और आगे भी दुग्गल का विरोध करते रहेंगे।