India News Haryana (इंडिया न्यूज), Assembly Election : जिला निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर वीरेद्र कुमार दहिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों (समालखा, इसराना, पानीपत शहरी, पानीपत ग्रामीण) में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से चाक-चौबंद है व एफएसटी व एसएसटी टीमें फील्ड में मुस्तैदी से कार्य कर रही हैं। जिले में आदर्श आचार संहिता की उल्लंघना पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की गई है व निष्पक्ष, शांतिपूर्ण व पारदर्शी ढंग से चुनाव संपन्न करवाने के लिए जिला निर्वाचन तंत्र प्रतिबद्ध है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चारों विधानसभा क्षेत्रों में निष्पक्ष चुनाव को प्रभावित करने वाली वस्तुओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिले में अभी तक करीब 1 करोड 97 लाख रुपए की नकदी व 3500 लीटर अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है। कार्रवाई में पकड़ी हुई शराब की कीमत करीब 15 लाख रुपए है। इसके अलावा चुनाव को प्रभावित करने वाली अनेक वस्तुओं को पकड़ा गया है। जिले में रविवार तक कुल करीब 1 करोड़ 97 लाख रुपए मूल्य की कुल जब्ती की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि चुनाव के मद्देनजर जिले में सघन चैकिंग अभियान जारी है और नाकों पर पुलिस व अर्धसैनिक बलों के जवान मुस्तैदी से तैनात हैं।
डीसी ने चुनाव लड़ रहे सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों व निर्दलीय प्रत्याशियों से आह्वान किया कि वह आदर्श आचार संहिता की पालना करें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर चुनाव प्रचार सामग्री ना लगाएं। इसके अलावा प्रचार के लिए अनुमति सुविधा एप के द्वारा प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न करवाने में समाज के प्रत्येक वर्ग का सहयोग अपेक्षित है।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कैश के आवागमन को लेकर नियम लागू किए गए हैं। बैंक से 50 हजार रुपए से अधिक नकदी की निकासी पर क्यूआर कोड लगी एक स्लीप देने के निर्देश दिए गए हैं। कैश के आवागमन के दौरान पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर ये रसीद दिखानी अनिवार्य है।
प्रत्याशियों द्वारा चुनाव प्रचार के लिए किए जा रहे खर्च पर व्यय मॉनिटरिंग टीमें नजर रखे हुए हैं। प्रत्याशियों के चुनाव खर्च का विस्तृत ब्यौरा रखा जा राह है। इसके साथ ही एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मीडिया मॉनिटरिंग) टीमें भी विभिन्न मीडिया माध्यमों पर प्रत्याशियों द्वारा किये जा रहे प्रचार सामग्री पर नजर रखे हुए है। एमसीएमसी की टीमें लगातार प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया पर कंट्रोल रूप से नजर रखे हुए है। उम्मीदवारों के चुनाव खर्च के शैडो रजिस्टर का मिलान खर्च पर्यवेक्षक आईआरएस अनुराग दुबे द्वारा दो बार किया गया है।
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