India News Haryana (इंडिया न्यूज), Cleaning Scam Case: एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सफाई घोटाले में शामिल आठ आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में लगभग 50 हजार पन्नों का चालान पेश किया है। हालांकि, घोटाले की जांच अभी जारी है और टीम अब तक पांच ठेकेदारों समेत तीन अधिकारी व कर्मचारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनसे करीब ढाई करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी और 16 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है। अभी भी सात अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
एसीबी की टीम जल्द ही फरार आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने की तैयारी में है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पंचायती राज के तत्कालीन एसडीओ नवीन गोयत, जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत सिंह, और पांच ठेकेदार शामिल हैं। फिलहाल ये सभी आरोपी जेल में बंद हैं। आरोपी पीओ घोषित होते हैं तो उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज किया जाएगा।
पुलिस इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि 23 अगस्त को चालान पेश करने के बाद फरार आरोपियों को पीओ घोषित करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए उनकी प्रॉपर्टी की जानकारी राजस्व विभाग से मांगी गई है ताकि भविष्य में प्रॉपर्टी अटैच की जा सके। एसीबी की टीम द्वारा नवीन गोयत की जींद स्थित पांच कनाल जमीन पहले ही सीज की जा चुकी है। अन्य आरोपियों की प्रॉपर्टी भी सीज करने की तैयारी की जा रही है।
सफाई घोटाले के इन आरोपियों को कोर्ट से कोई राहत नहीं मिल रही है। जेई जयवीर सिंह और साहिल कश्यप की अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी है, जबकि लेखाकार कुलवंत सिंह की रेगुलर बेल भी मंजूर नहीं हुई। अब कई आरोपी हाईकोर्ट में जमानत के लिए अपील करने की योजना बना रहे हैं। वहीं, घोटाले के मुख्य आरोपी डिप्टी सीईओ जसविंद्र सिंह ने खुद को निर्दोष बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।