इंडिया न्यूज, Haryana (New Year 2023) : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने नव वर्ष 2023 के शुभ आगमन पर प्रदेश व देशवासियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि यह वर्ष सभी के लिए सुख और समृद्धि लेकर आए। सभी निरोगी व स्वस्थ रहें और प्रदेश और देश की उन्नति में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देते रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश में सुशासन लाने के अपने प्रयास में सफल हुई है और आगे भी इसी प्रकार यह प्रयास जारी रहेंगे। हरियाणा की पहचान आज देश के विकसित राज्यों में होने लगी है और इसका कारण सरकार की नीतियों के साथ-साथ प्रत्येक हरियाणवी की मेहनत और अथाह परिश्रम भी है। हमने हरियाणा एक-हरियाणवी एक के मंत्र पर चलते हुए प्रदेश का एक समान विकास सुनिश्चित किया है, जिसके फलस्वरूप आज समाज का प्रत्येक वर्ग हमारी नीतियों के साथ खुद को जुड़ा हुआ महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन के अनुरूप समाज में किसी कारणवश जो वर्ग पिछड़ गए हैं, उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए वर्ष 2022 को अंत्योदय उत्थान वर्ष के रूप में मनाने का जो संकल्प लिया था, उसे इसी वर्ष में पूरा किया है। हमारी सरकार ने अंत्योदय उत्थान के तहत ही नागरिकों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करते हुए 5 एस शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन पर जोर दिया है।
यह भी पढ़ें : Baba Banda Singh Bahadur Memorial Site : लोहगढ़ को मिलेगा नया स्वरूप, ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करेगी मनोहर सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय उत्थान के अपने प्रयासों की यात्रा को आगे बढ़ाते हुए वर्ष 2023 को प्रदेश सरकार ने अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि प्रदेश के हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें और गरीब व्यक्ति को इलाज के लिए किसी प्रकार की कोई कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसी विज़न के साथ राज्य सरकार ने निरोगी हरियाणा योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत पहले चरण में प्रदेश के अंत्योदय परिवारों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।
मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2023 एक अन्य मामले में भी बहुत विचारणीय बनने जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है। हरियाणा सरकार भी प्रधानमंत्री के इस आह्वान पर चलते हुए प्रदेश में मोटा अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भरसक प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि एक ओर जहां मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, तो इसकी खेती को भी प्रोत्साहन मिलेगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि मोटा अनाज शरीर को पोषण देने और रोगों से ठीक करने की क्षमता के लिए पहचाने जाते हैं। इनमें बड़ी मात्रा में फाइबर, खनिज और प्रोटीन होता है, इसलिए भोजन में मोटा अनाज अवश्य शामिल करना चाहिए और इस प्रकार यह ‘आहार ही औषधि’ का काम करेगा।
यह भी पढ़ें : Haryana Weather Forecast : प्रदेश में 1 जनवरी से होगी हाड़ कंपा देने वाली सर्दी