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प्रदेश के 8 जिलों में 35 मृतकों के परिजनों को सौंपी
- बाढ़ से हुए नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलकर 7 दिन में किया जाएगा वेरीफाई, दिया जाएगा मुआवजा
India News (इंडिया न्यूज़), CM Karnal Visit, चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल में अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन सबसे पहले अर्बन लोकल बॉडी की मीटिंग ली और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि लोगों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न आने दी जाए, वहीं उन्होंने वार्ड नंबर 8 और 18 में जनसवाद कर लोगों की समस्याओं को सुना और मौके पर कुछ समस्याओं का निवारण भी किया। जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान एक महिला ने राशन कार्ड काटे जाने की शिकायत मुख्यमंत्री के सामने रखी तो मुख्यमंत्री ने तुरंत प्रभाव से अधिकारियों को निर्देश देकर महिला का राशन कार्ड बनवाया।
प्रदेश के 8 जिलों के 35 मृतकों के परिजनों को सहायता राशि सौंपी
वहीं मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बाढ़ से जान गवाने वाले प्रदेश के 8 जिलों के 35 मृतकों के परिजनों को सहायता राशि सौंपी गई, वहीं करनाल के 6 मृतकों के परिजनों को 24 लाख रुपए की सहायता राशि सौंपी। मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सभी के खातों में आरटीजीएस से पैसा पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र की वजह से आज हर व्यक्ति का डाटा है। कोई भी मुआवजा राशि देने के लिए उस व्यक्ति को वेरिफाई करना होता है। वेरिफाई होते ही मुआवजा राशि दे दी जाती है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि किसी किसान, किसी व्यक्ति को हमने मुआवजा देना होता तो हमारी सरकार देर नहीं लगाती, हम किसी भी काम को लटका कर नहीं रखते क्योंकि डाटा होने के बाद सिर्फ वेरिफाई करना होता है। वहीं उन्होंने कहा कि फतेहाबाद में पानी अभी भी रुका हुआ है। गांव और खेतों में जिसके चलते थोड़ी समस्या बकरार है। सिरसा में स्थिति कंट्रोल में है, राजस्थान में पानी जाने की गति में सुधार की जरूरत है, वहीं यमुना का जल स्तर बारिश के कारण बढ़ा है, पानी को जल्दी से जल्दी आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
सरकार ने खोला क्षतिपूर्ति पोर्टल
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसान व अन्य कोई नुकसान के लिए हरियाणा सरकार ने क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है। इस पोर्टल पर 7 दिन में वेरिफाई किया जाएगा और इसके बाद मुआवजा दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं सिरसा व फतेहाबाद गया था। फतेहाबाद में पानी अभी भी गांवों में फैला हुआ है, जबकि सिरसा में काफी कंट्रोल हुआ है। राजस्थान की तरफ जो पानी जाना है, उसमें अभी सुधार की आवश्यकता है। पहाड़ों में बारिश हुई है। इससे यमुना व घग्गर का जलस्तर बढ़ा है। अभी स्थिति नियंत्रण में है।