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Making Voters Aware Through Film Dialogues : ”जल्दी आओ सिमरन वोट देने जाना है” फिल्मी डायलॉग-मीम्स के जरिए मतदाताओं को किया जा रहा है जागरूक 

• LAST UPDATED : May 4, 2024
  • चुनाव आयोग द्वारा युवा व नए वोटरों के लिए प्रचार के ऐसे माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका वे रोजमर्रा की जिंदगी में भी कर रहे हैं इस्तेमाल 
India News (इंडिया न्यूज़) Making Voters Aware Through Film Dialogues : चुनाव आयोग मतदान को बढ़ावा देने के लिए नए -नए रचनात्मक प्रयोग कर रहा है, वहीं लोकसभा क्षेत्र से संबंधित अधिकारी भी युवा एवं नए वोटरों को लुभाने के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को नया रूप देते नज़र आ रहे हैं। कहीं पिज़्ज़ा डिलीवरी बैग और बिलिंग पर मतदान के लिए प्रेरित करने की स्टाम्प तो कहीं फ़िल्मी डायलॉग के जरिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। इसी श्रंखला में  फरीदाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस जागरूकता कार्यक्रम को एक नया रूप देते हुए इसे मनोरंजक बना दिया है।

आयोग को खुद भी ऐसे डायलॉग व मीम्स बनाकर भेज रहे हैं युवा

युवा व नए वोटरों के लिए प्रचार के ऐसे माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका वे रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल भी कर रहे हैं और उनको पसंद भी। उठो अनारकली…बाबू मोशाय..झुकेगा नहीं…छोरा या छोरी जैसे फिल्मी डायलॉग व मीम्स से अकसर आपने लोगों व नेताओं को ट्रोल होते देखा होगा, लेकिन इस बार इन्हीं डायलॉग का इस्तेमाल चुनाव आयोग ने युवाओं तक पहुंचने के लिए किया है। आयोग की टीमें लगातार ऐसे डायलॉग से वोट की अपील को जोड़कर युवाओं को जागरूक करने में लगी है, ताकि वे मतदान देने के आगे आएं। खास बात है कि इसका खूब रिस्पांस भी मिल रहा है। न केवल युवा इनको आगे शेयर कर रहे हैं बल्कि कमेंट्स व पोस्ट के जरिए आयोग को खुद भी ऐसे डायलॉग व मीम्स बनाकर भेज रहे हैं।

 

Making Voters Aware Through Film Dialogues

Making Voters Aware Through Film Dialogues

Making Voters Aware Through Film Dialogues : खूब भा रहा है फिल्मी डायलॉग, मीम्स, व कार्टून का आइडिया

यूं तो चुनाव आयोग मतदान से पूर्व हर बार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाता है, लेकिन उसमें खास सफलता हासिल नहीं होती। युवाओं को आगे लाने के लिए कॉलेजों व सार्वजनिक जगहों पर सेमिनार, हस्ताक्षर अभियान, रैली व नुक्कड़ जैसे कार्यक्रम कराए जाते हैं। बावजूद इसके हर बार युवाओं का उत्साह बुजुर्ग मतदाताओं के आगे फीका पड़ जाता है। इसी कारण फरीदाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस जागरूकता कार्यक्रम को नया कलेवर दिया है। युवा व नए वोटरों के लिए प्रचार के ऐसे माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका वे रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल भी कर रहे हैं और उनको पसंद भी। इसी कड़ी में फिल्मी डायलॉग, मीम्स, व कार्टून का आइडिया युवाओं के दिल में घर करता नजर आता है।

फिल्मी डायलॉग जिनको आयोग ने वोटर जागरूकता अभियान से जोड़ा

• झुकेगा नहीं…वोट करेगा : पुष्पा
• बाबू मोशाय लाइन छोटी हो या बड़ी वोट जरूर करना : आनंद
• दोस्ती के एक असूल है मैडम चलो साथ वोट देने चलें : मैंने प्यार किया
• वोट तो वोट हौवे ए छोरा देवे या छोरी : दंगल
• अनारकली उठो वोट डालने जाना है : मुगल-ए-आजम
• जल्दी आओ सिमरन वोट देने जाना है : कुछ कुछ होता है
• होलीडे है बोलकर वोट के दिन पिकनिक पर निकल जाना इज नॉट फनी : जिंदगी न मिलेगी दोबारा
• वो सिकंदर ही दोस्तों कहलाता है जो.. आलस छोड़कर वोट डालने जाता है : जो जीता वो सिंकदर
• मेरी यूनिफार्म मेरी आदत है जैसे कि सांस लेना अपने देश की रक्षा करना और वोट देना : रुस्तम
• परंपरा…प्रतिष्ठा…अनुष्ठान -वोट देने के बाद एक जिम्मेदार नागरिक : मोहब्बतें
• हाथ छोड़ दो राहुल ना..टीना चलो वोट देने : कुछ कुछ होता है