इंडिया न्यूज, Haryana News (Commonwealth 2022 Gold Winner Bajrang Punia): कॉमनवेल्थ में देश की झोली में गोल्ड लाने वाले हरियाणा के बजरंग पूनिया का बचपन से ही पढ़ाई में मन नहीं था। वह अक्सर स्कूल से बचने के लिए अखाड़े में चला जाता था। वहां कुश्ती जीतने पर मिलने वाले ईनाम से ही उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। बजरंग का कहना है कि हरियाणा के कल्चर में कुश्ती है।
बता दें कि बजरंग पूनिया हनुमान जी के भक्त हैं और उनकी नियमित पूजा करते हैं।
बजरंग का कहना है कि उनके लिए टोक्यो ओलिंपिक से अभी तक का समय काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। फाइनल मुकाबले में गोल्ड जीतने के बाद उन्होंने कहा कि गोल्ड चाहे 2018 में जीता हो या 2022 का सेम होता हैं। इंजरी के बाद उन्होंने जो कमबैक किया है, वो उनके लिए काफी बेहतर रिजल्ट रहा है।
गोल्ड जीतने पर बजरंग पूनिया ने ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का भी धन्यवाद किया। सुशील फिलहाल सोनीपत के ही एक खिलाड़ी सागर पहलवान की हत्या के आरोप में जेल में सजा काट रहे हैं। बजरंग ने कहा कि हमारे कई पुराने खिलाड़ियों ने देश के लिए काफी अच्छा खेला है।