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Hisar Assembly Constituency : तीन दिग्गज राजनीतिक परिवारों में जोर-आजमाइश

• LAST UPDATED : December 4, 2023
  • बीरेंद्र सिंह, दुष्यंत चौटाला और कुलदीप बिश्नोई हिसार सीट पर ठोक रहे दावेदारी

  • तीनों ही परिवारों में जारी है सीट को लेकर वर्चस्व की जंग

डॉ. रविंद्र मलिक, India News (इंडिया न्यूज), Hisar Assembly Constituency, चंडीगढ़ : हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की सियासी गतिविधियां बढ़ गई हैं। मुख्य रूप से प्रदेश के सियासी परिवार सक्रिय हो गए हैं और कहीं न कहीं उनके बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो गई है। अगर हिसार विधानसभा सीट की बात की जाए तो यहां प्रदेश के 3 सियासी परिवार आमने-सामने हैं।

सीट पर भाजपा दिग्गज चौधरी वीरेंद्र सिंह लंबे समय से दावेदारी जता जा रहे हैं और उनके बेटे बृजेंद्र सिंह फिलहाल यहां से सांसद भी हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा की सहयोगी जजपा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी लगातार कह रहे हैं कि हिसार सीट पर उनकी पार्टी का हक है। कुछ समय पहले तक सीट पर दो परिवारों के बीच मानी जा रही सियासी जंग त्रिकोणीय होती दिख रही है। भाजपा में आए कुलदीप बिश्नोई ने खुलकर सीट पर अपनी दावेदारी जताते हुए कह रहे हैं कि वह इस सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। तीनों ही दिग्गज राजनीतिक परिवार प्रदेश की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय है और सत्ता की गलियारों में इनकी धमक दूर-दूर तक सुनाई देती है। हिसार सीट को लेकर जंग इसलिए भी रोचक हो है क्योंकि वीरेंद्र सिंह और कुलदीप बिश्नोई दोनों ही भाजपा में हैं। वहीं दूसरी तरफ जजपा भाजपा के साथ सरकार में सहयोगी है।

हिसार केवल एक सीट महज नहीं, सियासी कद भी होगा तय

हिसार कहने को तो महज एक लोकसभा सीट है लेकिन मामला इससे कहीं ज्यादा बड़ा है और राजनीतिक रूप से गूढ़ है। तीनों ही राजनीतिक परिवार पूर्व में भी इस सीट से जुड़े रहे हैं। ऐसे में जो भी इस सीट से चुनाव लड़ेगा और जीतेगा, उसका कद प्रदेश की राजनीति में बढ़ना तय है। इसी के चलते चुनाव लड़ने को लेकर भाजपा और जजपा में तो घमासान तेज हो गया है। साथ ही कुलदीप बिश्नोई बेशक भाजपा में आकर खुद को सुखद राजनीतिक अवस्था में महसूस कर रहे हों, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षाएं इससे कहीं ज्यादा हैं।

उनका परिवार भी लगातार इस सीट पर सक्रिय रहा है और वह भी चाहेंगे कि इस सीट से चुनाव लड़कर और जीतकर प्रदेश की राजनीति में अपना वजूद बनाए रखें। वो कह रहे हैं कि सीट पर मेरी मजबूत दावेदारी है। हिसार मेरा परिवार भी है। मेरा घर और मेरा गढ़ है। अपने परिवार को कैसे छोड़ सकता हूं। दुष्यंत का भी यही कहना है। दूसरी तरफ फिलहाल हिसार से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह सांसद हैं। अपने राजनीतिक वजूद और विरासत को बचाए रखने के लिए बीरेंद्र सिंह लगातार भाजपा पर जजपा से गठबंधन तोड़ने का दबाव डाल रहे हैं

बीरेंद्र सिंह की बढ़ी दिक्कत, सबके लिए नाक का सवाल बनी सीट

पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह लंबे समय से हिसार सीट पर दावेदारी ठोक रहे हैं। लेकिन जिस तरह से भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई बार-बार हिसार सीट पर अपना दावा मजबूत बता रहे हैं तो इसके चलते बीरेंद्र सिंह और उनके सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह की परेशानी में इजाफा होना लाजिमी है। पिछले कुछ समय से वीरेंद्र सिंह की अपनी ही पार्टी में उनकी उम्मीदों के अनुरूप सुनवाई नहीं हो रही तो वहीं दूसरी तरफ कुलदीप बिश्नोई को भाजपा में अच्छी खासी तवज्जो मिली है। दूसरी तरफ दुष्यंत चौटाला और वो उचाना सीट को लेकर भी आमने-सामने हैं। सारे हालात के मद्देनजर कहीं न कहीं वीरेंद्र सिंह अपनी स्थिति को लेकर गहन चिंतन और मंथन की मुद्रा में सियासी गलियारों में नजर आ रहे हैं। वहीं हिसार सीट तीनों परिवारों के लिए एक तरह से नाक का सवाल बन गई है।

कुलदीप के बीजेपी में बढ़ते कद से भी समीकरण बदले

इस बात से हर कोई इत्तेफाक रखता है कि कुलदीप बिश्नोई की हिसार सीट पर लगातार दावेदारी ने वीरेंद्र सिंह की टेंशन बढ़ा दी है। कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद कुलदीप बिश्नोई को भाजपा में काफी तवज्जो मिली। पार्टी ने उनके बेटे भव्य बिश्नोई को आदमपुर से चुनावी रण में उतारा और वह एमएलए बने। पार्टी में बाप-बेटे की खासी पूछ है। इसके बाद राजस्थान चुनावों से पहले वहां के प्रभारी की जिम्मेदारी दी। भाजपा पार्टी हाईकमान भी उनको दिल्ली में मुलाकातों के लिए खासा समय दे रहा है। वह पार्टी के दिग्गज नेताओं से निरंतर अपनी नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। भाजपा से उनको कुछ ही समय में काफी कुछ मिला है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि पार्टी हिसार लोकसभा चुनाव में संभावित उम्मीदवार को लेकर उनके नाम पर गौर जरूर करेगी।

हिसार लोकसभा सीट से तीनों ही परिवार चुनाव जीत चुके

यह भी बता दें कि हिसार सीट से तीनों ही राजनीतिक परिवारों के सदस्य सांसद रह चुके हैं। यहां से चौधरी बीरेंद्र और भजनलाल का परिवार चुनाव में विजय प्राप्त कर चुके हैं। अब दोनों ही परिवार बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह हिसार के मौजूदा सांसद हैं। उन्होंने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को पराजित किया था। साल 2014 में दुष्यंत चौटाला यहां से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। ऐसे में अब पार्टी बृजेंद्र सिंह को टिकट देगी या कुलदीप, ये भविष्य के गर्भ में है।

उम्मीदवार उतरने को लेकर भाजपा हाईकमान और मुख्यमंत्री के हाथों में डोर

बेशक बीरेंद्र सिंह, दुष्यंत चौटाला और कुलदीप बिश्नोई हिसार सीट पर अपनी दावेदारी जता रहे हो, लेकिन मामले को लेकर काफी कुछ बीजेपी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ऊपर टिका है। अगर भाजपा और जेजेपी में गठबंधन रहा तो इसमें बीजेपी हाईकमान और सीएम मनोहर लाल की भूमिका अहम होगी। पार्टी तमाम पहलुओं पर करीब से नजर रही है। बीरेंद्र सिंह जिस तरह से जेजेपी से पिंड छुड़ाने की बात कर रहे हैं, उसको लेकर भी भाजपा तमाम विकल्पों के साथ आगे बढ़ रही है।

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