इंडिया न्यूज, Haryana News: क्राइम ब्रांच डीएलएफ फरीदाबाद की टीम ने साल 2019 में हुई कांग्रेस नेता विकास चौधरी की हत्या के मुकदमे में आरोपी एक शूटर को गिरफ्तार किया है। उसे कोर्ट में पेश कर छह दिन की रिमांड पर लिया है। इसे दिल्ली पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लेकर सेक्टर 12 कोर्ट आयी थी। डीएलएफ क्राइम ब्रांच ने आरोपी को यहीं से गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम विकास उर्फ मालहे है जो गुरुग्राम जिले के धनवापुर गांव का रहने वाला है। आरोपी कौशल गैंग का सदस्य है जिसने वर्ष 2019 में अपने साथियों के साथ मिलकर फरीदाबाद के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर विकास की हत्या कर दी थी।
इस मामले में फरीदाबाद पुलिस द्वारा मामले में शामिल कौशल गैंग के मुखिया कौशल तथा अमित सहित 20 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है तथा एक आरोपी रोहित गुडग़ांव पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा जा चुका है। इस मामले में फरार चल रहे आरोपी विकास को फरीदाबाद सेक्टर 12 से गिरफ्तार किया है।
आरोपी को अदालत में पेश करके 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस रिमांड के दौरान प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बहुत ही शातिर अपराधी है जिसके ऊपर हरियाणा, पंजाब तथा उत्तर प्रदेश में हत्या के 7 मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी पर लूट स्नैचिंग और हत्या की संगीन धाराओं में 14 मुकदमे दर्ज हैं और वह कौशल गैंग का सदस्य है।
विकास के भाई गौरव ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 26 जून 2019 को सुबह करीब नौ बजे विकास चौधरी सेक्टर-9 मार्केट में कसरत करने के लिए जिम की पार्किंग में पहुंचा था। कई हमलावरों ने गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने गैंग के सरगना कौशल और अमित सहित 20 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। एक आरोपी रोहित गुरुग्राम पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।
कौशल गैंग के करीब 250 सदस्य हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली की जेलों में बंद है जो इन राज्यों में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती जैसी सैंकड़ों वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। वर्ष 2019 में प्रॉपर्टी डीलर विकास से कौशल गैंग ने फिरौती मांगी थी जिसे विकास द्वारा मना करने पर आरोपियों ने विकास की हत्या करने की योजना बनाई और योजना के तहत आरोपियों ने 2 दिन तक विकास की रेकी की तथा मौका मिलते ही उसकी हत्या कर दी। पुलिस द्वारा इस मामले में वारदात में प्रयोग तीन गाड़ियां बरामद की जा चुकी है जिसमें एक स्कॉर्पियो, और एक स्विफ्ट गाड़ी शामिल है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस मामले में दो पिस्टल और एक देसी कट्टे का प्रयोग किया गया था। जिसमें से आरोपी के साथी सचिन से एक देसी कट्टा बरामद किया था। एक पिस्टल आरोपी सज्जन से पुलिस रिमांड के दौरान बरामद किया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या के वक्त करीब 9 बदमाश तीन गाड़ियों में पहुंचे थे। इसमें से एक गाड़ी एसएक्स-4 खेड़ी निवासी सचिन चला रहा था। गिरफ्तार आोरपी विकास उर्फ माले इसी गाड़ी पर था। उसके साथ सज्जन और भोलू भी थे। विकास चौधरी पर ताबड़तोड़ फायरिंग इसी माले ने ही चलाई थी।
कौशल गैंग गुड़गांव और दिल्ली में आतंक का पर्याय है। ये गैंग गुड़गांव का रहने वाला नरेश कौशल चलाता है। नरेश कौशल पर 12 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं। जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, फिरौती, लूट अपहरण आदि शामिल है। इस गैंग के खौफ का आलम ये है कि पीड़ित थाने में मामला भी दर्ज कराने से डरते हैं। कौशल गैंग का प्रमुख काम है अपहरण और फिरौती। फिरौती के बाद भी बिजनेसमैन कौशल गैंग का नाम लेने से बचते हैं। नरेश कौशल गैंग पहले भारती गैंग के नाम से कुख्यात था।
लेकिन 2018 में दिल्ली पुलिस की मुठभेड़ में भारती गैंग का सरगना राजेश भारती मारा गया। तब से इस गैंग की कमान गुड़गांव का नरेश कौशल संभाल रहा है। दिल्ली और हरियाणा पुलिस का वांटेड होने के चलते नरेश कौशल दुबई भाग गया था और वहीं से गैंग ऑपरेट कर रहा था। बाद में इंटरपोल की मदद से नरेश कौशल को दुबई में पकड़ लिया गया। नरेश कौशल फिलहाल हरियाणा की फरीदाबाद जेल में बंद है। अब तक इस गैंग के बीसों गुंडे पकड़े जा चुके हैं।
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