India News Haryana (इंडिया न्यूज), Jayaprakash Controversial Statement: हरियाणा के हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश (जेपी) की विवादास्पद टिप्पणी के बाद उनकी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। महिलाओं के प्रति की गई इस टिप्पणी के कारण जहां महिला आयोग ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगने की बात की है, वहीं अब कलायत हलके के ढुल गोत्र के पांच गांवों ने आगामी विधानसभा चुनाव में जयप्रकाश का चुनावी बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
रविवार शाम को कलायत के गांव सेरधा में आयोजित महापंचायत में, जिसमें गांव हरसोला, बड़सीकरी, फरीबाद, सेरधा और हरसोला खेड़ी के लोग शामिल हुए, ने जयप्रकाश का बहिष्कार करने का ऐलान किया। पंचायत की अध्यक्षता पूर्व सरपंच प्रकाश ढुल ने की। पंचायत ने निर्णय लिया कि इन गांवों के लोग इस चुनाव में जयप्रकाश के बेटे विकास सहारा को वोट नहीं देंगे। इसके साथ ही, अनीता ढुल बडसीकरी को समर्थन देने का भी ऐलान किया गया।
वहीं दूसरी ओर, खाप पंचायतों ने भी जयप्रकाश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अखिल भारतीय ढुल खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरपाल सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता इंद्र सिंह पाई, और महासचिव मास्टर धर्म सिंह भाणा ने जयप्रकाश की टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जताई और उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की। खाप पंचायतों ने चेतावनी दी है कि यदि जयप्रकाश माफी नहीं मांगते, तो उनके गांवों में प्रवेश मुश्किल हो जाएगा और खाप पंचायतें उनके खिलाफ कड़े विरोध का आयोजन करेंगी। इस विरोध ने कांग्रेस पार्टी के लिए नई समस्याएं उत्पन्न कर दी हैं।
हाल ही में जयप्रकाश ने एक बयान में कहा था, “अगर लिपस्टिक और पाउडर लगाने से वोट मिलते हैं, तो मैं भी लगा लूंगा, मुझे दाढ़ी रखने की क्या जरूरत है।” इस बयान को महिलाओं का अपमान मानते हुए राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। ढुल गोत्र के इन पांच गांवों में करीब 22 हजार वोटर हैं, और इन गांवों द्वारा चुनावी बहिष्कार का असर जयप्रकाश के बेटे विकास सहारा के चुनावी समीकरणों पर पड़ सकता है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता जयप्रकाश के बेटे विकास इस बार कलायत विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इस विवाद के बाद कांग्रेस के लिए चुनावी अभियान और चुनौतीपूर्ण हो गया है।विपक्षी दलों ने भी इस विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। महिलाओं के सम्मान पर हो रहे इस विवाद को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने कांग्रेस पार्टी से जयप्रकाश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विपक्ष का कहना है कि इस प्रकार का अपमान किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं है और जयप्रकाश को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।