अंबाला: देश में त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है और कोरोना महामारी के कारण देश के लोगों की आस्था के प्रतीक त्योहार की खुशी भी कहीं न कहीं फीकी होती जा रही है। कृष्ण जन्माष्टमी के बाद अब गणेश उत्सव को लेकर जहां अभी तक विभिन्न सामाजिक संगठनों व मूर्तियां बनाने वाले कलाकारों की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी जाती थी, तो वहीं कोरोना महामारी के कारण लगाई गई पाबंदी के कारण गणेश उत्सव का त्योहार भी फीका पड़ता नजर आ रहा है।
22 अगस्त से गणेश उत्सव शुरू होना है और 28 अगस्त को विर्सजन किया जाना है। लेकिन इसी बीच बाजार में गणेश जी की बड़ी मूर्तियों की डिमांड बिल्कुल नहीं है, जबकि लोगों द्वारा अपने घरों में गणेश जी को विराजमान करने के लिए कुछ छोटी मूर्तियों की डिमांड निकलने की उम्मीद है।
मूर्तिकार ने बताया कि बड़ी मूर्तियों की तो बिल्कुल भी डिमांड नहीं, लेकिन छोटी मूर्तियों के लिए लोग पूछ रहे हैं। मूर्तियां बनाकर रखी हैं और उम्मीद है कि सारी गणेश जी की मूर्तियां बिक जाएगी। वैसे इन दिनों में पहले जितना काम होता था, इस समय उससे आधा भी नहीं है।
हर साल गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाता था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार प्रशासन की तरफ से परमिशन नहीं मिली। जिसके कारण केवल एक मैंबर की दुकान में मूर्ति रखकर गणेश जी की स्थापना की जाएगी। वहां पर किसी तरह का कोई प्रसाद या फिर भोग नहीं लगाया जाएगा और न ही हर साल की तरफ रात के समय कोई भजन कीर्तन होगा। सरकार द्वारा तय नियमों की पालना करते हुए गणेश उत्सव मनाया जाएगा। जहां हर साल 8 फुट की मूर्ति स्थापित की जाती थी वहां पर कोरोना महामारी के कारण केवल 3 से 4 फुट की मूर्ति स्थापित की जाएगी।