गुरुग्राम/
गुरुग्राम में लगातार कोरोना की रफ्तार तेज हो रही है, लगातार कोरोना के मामले रिकॉर्ड सामने आ रहे हैं. साइबर सिटी गुरुग्राम में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. लेकिन कुछ लोग इस महामारी के समय में भी कालाबाजारी कर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं. ऐसा ही एक मामला गुरुग्राम से सामने आया जहां कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमेडिसिविर इंजेक्शन की धड़ल्ले से कालाबाजारी की जा रही थी, गुरुग्राम के ड्रग विभाग ने इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 3 आरोपी को रंगेहाथों गिरफ्तार किया है।
दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कुछ दवाइयां ऐसी हैं जो कोरोना से जिंदगी बचा सकती हैं. लेकिन इन दवाइयों की कालाबाजारी जैसी खबरें लगातार सामने आ रही हैं. कुछ लोग इंसान की सांस की कीमत को भूल कालाबाजारी करने में जुटे हुए हैं।
ऐसी ही एक दवाई और इंजेक्शन में रेमेडिसिविर इंजेक्शन है, जिसकी कालाबाजारी की जा रही है. दरअसल गुरुग्राम ड्रग विभाग को सूचना मिली थी कि कुछ लोग रेमेडिसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं, जिसके बाद विभाग ने अपनी टीम गठित की और कालाबाजारी करने वाले गिरोह के 3 लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
गुरुग्राम ड्रग विभाग के अधिकारी अमनदीप ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है, कि आरोपी इंजेक्शन दिल्ली के किसी सरकारी हॉस्पीटल से ला रहे थे, जिसकी कीमत मात्र ₹4000 है. और गुरुग्राम में यह इसे 25 हजार में बेच रहे थे।
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा यह भी हुआ है कि इससे पहले भी ये 3 से 4 बार यह इंजेक्शन की कालाबाजारी कर चुके हैं, वहीं इन तीनों आरोपियों में से 2 आरोपी गुरुग्राम के निजी मेडिकल स्टोर में काम करते हैं, और तीसरा आरोपी भी मेडिकल की लाइन से ही जुड़ा हुआ है।