भिवानी में कोरोना का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। सरकार ने सोशल डिस्टनसिंग के आदेश दे रखे है साथ ही मास्क पहनना भी जरूरी कर रखा है। सरकारी स्कूलों के स्टाफ पर कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। उसका सबसे बड़ा कारण फिलहाल सरकारी स्कूल के अध्यापक परिवार पहचान पत्र बताया जा रहा है। स्कूलों में बच्चो के परिवार के लोग परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए आ रहे है। सरकार के आदेश के अनुसार वहां भीड़ तो नहीं लगाई जा रही लेकिन कोरोना का खतरा फिर भी बढ़ता जा रहा है क्योंकि उसमें दोनों अध्यापक और अभिभावकों को एक दूसरे के नजदीक बैठना पड़ता है। जिसकी वजह से खतरा बढ़ता जा रहा है।
भिवानी के राजकीय स्कूलों में प्रतिदिन कोरोना के संपेल लिए जा रहे है। जिसमे कोरोना के पॉजिटिव मरीज लगातार बढ़ते जा रहे है। अब अध्यापक भी कोरोना पॉजिटिव बड़ी संख्या में आ रहे है।
अध्यापक स्वयं अगर कोरोना से ग्रसित होंगे तो वो पहचान पत्र बनवाने आये अभिभावक को भी बीमार कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग की माने तो कोरोना का संक्रमण एक दूसरे से ही फैलता हैं। ऐसे में जान जोखिम डाल कर पहचान पत्र बनाये व बनवाये जा रहे हैं।
अध्यापकों की बकायदा डयूटी लगाई गई है कि वे परिवार पहचान पत्र बनाये। ऐसे में सरकारी दूत्य बजाने कर लिए वे पत्र बना रहे हैं। भिवानी में अभी प्रिंसिपल सहित 7 स्टाफ सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव आये हैं। ऐसे में वे भी अब डर रहे हैं। साथ ही सरकार के उच्च अधिकरियों को पत्र भी लिखा गया है कि फिलहाल के लिए इस कार्य पर विराम लगाया जाए।