रतिया
रतिया में नरमे कपास की फसल को सुंडी लग गया है । वहीं बेमौसम बरसात ने किसानों के सैकड़ों एकड़ फसल भी तबाह कर दिए है । किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है और उचित मुआवजे ना देने पर बड़े कदम उठाने की बात भी कही है ।
60 हजार प्रति एकड़ ठेके पर जमीन लेकर खेती करने वाले रतिया क्षेत्र के किसान आज तबाही के कगार पर बैठे हैं इस समय किसानों के उपर दुखों का पहाड़ टूट गया है एक तो नरमे कपास की फसल को सुंडी लग गया है और दूसरी तरफ बेमौसम बरसात ने किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल तबाह कर दिए है।
किसानों का कहना है कि 60 हजार रूपए में प्रति एकड़ जमीन ठेके पर लेकर उन्होंने नरमे कपास की फसल की बिजाई की थी जिसपे सुंडी की मार पड़ी और ऊपर से बेमौसम बरसात ने उनकी फसलों को तबाह कर दिया । किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अभी तक उनके पास कोई भी अधिकारी उनकी हालात का जायजा तक लेने नहीं आया है । किसानों ने आगे कहा है कि प्रति एकड़ में 10 किलो तक नरमा नहीं निकलने वाला है । पूरी तरह फसले तबाह हो चुके हैं ।
किसानों ने सरकार के आगे मुआवजे को लेकर गुहार भी लगाई है और किसानों का कहना है कि एक तो जमीन ठेके पर लेकर ब्याज पर पैसा लिया खेती करने के लिए फसल तो खराब हुआ अलग ऊपर से ब्याज लगने से हम बिल्कुल बर्बादी के कगार पर आ गए हैं । किसानों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनकी तबाह हुई फसलों का उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए ताकि वह आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने को मजबूर न हो ।