इंडिया न्यूज, जींद :
Daughter Got Commission in Army : गांव शामलो कलां की बेटी शिवानी मलिक को सेना में कमीशन मिला है। शिवानी सेना की ईएमई कोर में देश की सेवा करेंगी। उन्हें चेन्नई की ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी ओटीए में एक साल की ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद के लिए कमीशन मिला है। वाइस चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ सीपी मोहंती ने पासिंग परेड की सलामी ली। शिवानी मलिक के लेफ्टिनेंट बनने पर गांव में खुशी का माहौल है।
Read More : Murder 7 Yrs Imprisonment: दहेज हत्या के दोषी पति को 7 साल कैद
शिवानी मलिक ने बताया कि उसके माता-पिता ने उसका पूरा ख्याल रखा। लड़का-लड़की के भेदभाव से भी परिवार के लोग दूर रहे। भाई की तरह उसे भी पूरी सुविधाएं मिली। आर्मी में जाने का सपना पूरा करने में उसके माता-पिता ने पूरा सहयोग किया।
Read More : Dengue In Haryana हालात खराब, हररोज 150 मामले सामने आ रहे
जो शोहरत व सम्मान वर्दी में मिलता है वह सम्मान कहीं पर नहीं मिलता है। देश की सरहद पर रह कर देश की सेवा करना और भी सम्मानजनक होता है। उसका सौभाग्य है कि उसे भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा करने का अवसर मिला है।
Also Read : Twin babies असम में जुड़वा बच्चों का जन्म, लेकिन सिर जुड़े हुए
शिवानी मलिक के पिता कुलदीप मलिक एयर फोर्स मे जूनियर वारंट ऑफिसर (जे डब्लू ओ) के पद पर कार्यरत हैं जबकि मां बिमला साधारण ग्रहणी हैं। छोटा भाई सौरभ भी अंडर ट्रेनिंग हैं। शिवानी मलिक को पे्ररणा अपने पिता से मिली।
Read More : One Time Settlement Scheme to Emerge PLDB Bank हरियाणा सरकार ने 31 दिसंबर तक बढ़ाई ओटीएस स्कीम
जिन्हें वर्दी में देख कर देशसेवा का जुनून पैदा हुआ। पढ़ाई-लिखाई में अव्वल रहने वाली शिवानी मलिक ने सैकेंडरी तक की शिक्षा गांधी नगर केंद्रीय विद्यालय से प्रथम श्रेणी के साथ पास की। बीटेक एलडीसीई कॉलेज अहमदाबाद से की। जिसके बाद चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में एमबीए में दाखिला लिया।
Also Read : Gallantry Awards 2021 अभिनंदन का वीर चक्र से अभिनंदन
वर्दी के जुनून के चलते सीडीएस की परीक्षा को उत्तीर्ण किया। सात जनवरी को शिवानी को कमीशन मिला और एक साल तक चेन्नई में ट्रेनिंग ली। जिसके बाद उन्हें भारतीय सेना की ईएमई कोर में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली। शिवानी मलिक ने बताया कि बचपन से ही देश सेवा का जुनून रहा है।
Read More : Kisan Andolan एक और किसान ने तोड़ा दम
जब वह अपने पिता को वर्दी में देखती थी तो उसके अंदर भी सैनिक बनने का जज्बा पैदा हुआ। हालांकि पारिवारिक माहौल सेना का रहा। बीटेक के बाद पहला प्रयास था और उसमें वह कामयाब हुई। जिसके चलते उसके भाई ने भी आर्मी का चयन किया जो अंडर ट्रेनिंग हैं।
Also Read : Agriculture Law जानें 14 सितंबर, 2020 से 19 नवंबर, 2021 तक क्या-क्या हुआ